मकान बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होगा क्लेश!

मकान बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होगा क्लेश!

जब भी बात आती है घर बनाने की या उसमें रहने की, तब वास्तु शास्त्र आपके लिए सहायक सिद्ध होता है। आप वास्तु शास्त्र से जान सकते हैं कि कौन सी जगह आपके घर के लिए ठीक होगी और कहां आपको अपना घर बनाना चाहिए, जिससे घर के लोगों में आपसी प्रेम बना रहे। वास्तु शास्त्र में निवास के लिए गोमुखी स्थान को महत्व दिया गया है। एक्सपर्ट के मुताबिक रहने के लिए गोमुखी स्थान क्यों अच्छा है और इससे क्या फायदे हैं? आइए जानते हैं।

गाय को हिन्दू धर्म में माता कहा गया है। माता अपने बच्चों का पालन-पोषण किस तरह करती है, यह सभी जानते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस जमीन का अग्र भाग संकीर्ण होता है और पीछे का हिस्सा चौड़ा होता है, उसे गौमुखी स्थान कहा गया है।

आपके सपनों के घर के लिए यह स्थान सबसे अधिक शुभ माना गया है। यह जमीन आपके निवास के लिए सर्वोत्तम मानी गई है। ऐसी जमीन पर बने हुए घर में आपको सुख और शांति की प्राप्ति होती है। गाय को पालन-पोषण का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में गौमुखी भूमि पर रहने से आपका स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है। यहां सामंजस्यपूर्ण ऊर्जा का प्रवाह होता है। जिससे परिवार के सदस्यों के बीच आपसी प्यार और समझ बनी रहती है।