जालंधरः ट्रैवल एजेंट के चलते विदेश में फंसा नौजवान, परिवार ने वतन वापिस लाने की लगाई गुहार, देखें वीडियो

जालंधरः ट्रैवल एजेंट के चलते विदेश में फंसा नौजवान, परिवार ने वतन वापिस लाने की लगाई गुहार, देखें वीडियो

जालंधर, ENS: पंजाब में विदेश भेजने के नाम पर फर्जी ट्रैवल एजेंट युवाओं की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है। ऐसा ही एक मामला जालंधर के गोराया से सामने आया है, जहां एक परिवार के 2 सदस्य एक ट्रैवल एजेंट के हत्थे चढ़ गए। जिनमें से एक का नाम मनदीप बताया जा रहा है, उसका कोई पता नहीं चल पाया है। बता दें कि ये दोनों युवक अरमीनिया से रूस जाने के लिए एक ट्रैवल एजेंट के संपर्क में आए थे। इस ट्रैवल एजेंट से फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया गया था और पंजाब में रहने वाले परिवार के सदस्यों द्वारा उक्त ट्रैवल एजेंट को पैसे भी दिए गए थे। ट्रैवल एजेंटों के नाम संदीप हंस, सब्बरवाल और गुरप्रीत बताए जा रहे है। जो कि भुलत्थ रोड पर दफ्तर खोल के बैठ है।

एजेंटों से 7 लाख रुपए में विदेश भेजने की बात हुई थी। रूस में फंसे मंदीप सिंह के भाई जगदीप सिंह ने बताया कि पिछले चार महीने से उनकी अपने भाई से बात तक नहीं हुई है। ट्रैवल एजेंट से उन्हें इटली ले जाने की बात कही थी, लेकिन ट्रैवल एजेंट ने उनकी जंगल में ही छोड़ दिया। जिसके बाद 5 युवकों ने अपनी वीडियो भी जारी किया। इस बारे में बात करते हुए जगदीप सिंह के जीजा हरदीप सिंह ने कहा कि वह मनदीप सिंह के साथ रशिया जाने वाले थे, लेकिन ट्रैवल एजेंट द्वारा पैसे की मांग की जा रही थी और उन्हें जंगल में छोड़ दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने अपने एक दोस्त को फोन करके इसके बारे में बताया और अपनी तरफ से पैसे खर्च करने के बाद वे भारत लौटकर आए। लेकिन मंदीप सिंह वही रहा। मनदीप के परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने ट्रैवल एजेंट से बात की थी या तो पैसे लौटा दो या मनदीप को कहीं सेट कर दो।

इसके बाद उन्होंने कहा कि मनदीप ने उनके परिवार के एक सदस्य को एक फोटो भी भेजी है। जिसमें उन्होंने सेना की वर्दी पहनी हुई है और हाथ में बंदूक पकड़ रखी है। लेकिन उनका कहना है कि मनदीप थोड़ा विकलांग है और अनपढ़ है। वह रूस में सेना में कैसे भर्ती हो सकता है। इससे परिवार के सदस्यों को संदेह हुआ और 3 मार्च को मंदीप के पास एक फोन आया और बताया कि ट्रैवल एजेंट ने उसे रूसी सेना में फंसा दिया है। परिजनों का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस को भी शिकायत दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब ट्रैवल एजेंट गुरप्रीत सबरवाल और संदीप हंस से बात करने की कोशिश की गई तो उनके भतीजे जशन ने भी परिवार को धमकी भरे फोन किए। उन्हें अपने बेटे को वापस लाने के लिए सरकार से अपील करनी चाहिए थी