ऊना में सत्ता के संरक्षण में खनन और नशा माफिया सक्रिय

ऊना में सत्ता के संरक्षण में खनन और नशा माफिया सक्रिय

माफिया राज के आगे  प्रशासन पड़ा बौना, सड़कों के हालात भी खस्ता: पूरन चंद्र, आप उपाध्यक्ष

खस्ताहाल सड़कों और पेयजल संकट से लोग परेशान, जनता के समस्याओं को हल करने में सरकार नाकाम: आप

ऊना/सुशील पंडित: आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा ऊना पहुंची। यहां आप कार्यकर्ताओं ने बदलाव यात्रा के साथ स्थानीय लोगों के साथ जनसंवाद किया। जनसंवाद के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया, ऊना जिले में सत्ता के संरक्षण में खनन और नशा माफिया का राज है। सत्ता का संरक्षण होने के कारण माफिया के सामने प्रशासन भी बौना साबित हो रहा है। क्षेत्र की जनता लगातार जिला प्रशासन से खनन और नशा माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करता है लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ऊना की स्वां नदी में अवैध खनन जोरों पर है।

सरकार ने स्वां नदी के तटीकरण के लिए ही हजारों करोड़ रुपए खर्च किए लेकिन अवैध खनन के कारण तटीकरण को भी भारी नुकसान हुआ है। खनन माफिया पर शिकंजा कसने के लिए सरकार प्रयास नाकाफी है। स्वां में अवैध खनन की शिकायतें लोगों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में की। ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सरकार और प्रशासन को कड़ी फटकार लगाते हुए स्वां में हुए खनन की जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया और सरकार को आदेश दिया कि वह अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। इसके बाद भी स्वां नदी में अवैध खनन को रोकने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। स्वां नदी में दिन रात जेसीबी मशीन से अवैध खनन हो रहा है। इसी तरह क्षेत्र में नशा माफिया सक्रिय है। जो युवाओं को नशे की गिरफ्त में फंसा रहा है। पूर्व कांग्रेस राज में नशा माफिया पर शिकंजा कसने के लिए नाके भी लगाए गए थे लेकिन नशा माफिया पर कोई फर्क नहीं पड़ा। पुलिस की मिलीभगत से नशा माफिया क्षेत्र में नशा तस्करी का कार्य कर रहा है। क्षेत्र की जनता ने कई बार नशा माफिया से जुड़े लोगों को बेनाकाब करते हुए पुलिस को सूचना भी दी लेकिन कार्रवाई नाममात्र ही होती है। जिससे जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर जनता में गुस्सा है। नशा माफिया के सक्रिय होने से क्षेत्र के युवा नशे की गिरफ्त में फंस रहे हैं जो क्षेत्र के अभिभावकों के लिए बड़ी चिंता का विषय है लेकिन प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है। 

खस्ताहाल सड़कों और पेयजल संकट से लोग परेशान, जनता के समस्याओं को हल करने में सरकार नाकाम

ऊना शहर की सड़कें खस्ताहाल होने से लोगों को भारी परेशानी होती है। ऊना में सड़कों की हालत खस्ता है, सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं जिसके कारण आए दिन लोगों को जाम का करना पड़ रहा है।  नाबार्ड के तहत लोअर देहलां से बडैहर, सधियाना तालाब से बसदेहड़ा, मुहल्ला चौधरियां के संपर्क सड़क और ग्राम पंचायत देहलां के मोहल्ला मोहनतान चौड़ा करना और सुधार करना शामिल था लेकिन नहीं हुआ । ऊना शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट से भी लोग परेशान है। क्षेत्र की कई पंचायतों में पेयजल समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। गांव जलग्रा, कुठार कलां, देहला, उदयपुर,संतोष गढ़ क्षेत्रों में जल आपूर्ति के लिए करोड़ों के उद्धघाटन किए हुए लेकिन धरातल पर नहीं उतर पाया। जिससे पेयजल की सप्लाई पुरानी स्कीमों से हो रहा है जिनमें अब मशीन भी पुरानी हो चुकी हैं और पानी भी कम आता है। क्षेत्र के लोग लंबे समय से सड़कों को बनाने और पेयजल संकट हल करने के लिए नई पेयजल स्कीमों को बनाने की मांग कर रहे हैँ।  

 ऊना में आप की बदलाव यात्रा, लोगों का मिल रहा भरपूर समर्थन

आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के ऊना में निकली। बदलाव यात्रा का नेतृत्व आप उपाध्यक्ष पूरन चंद्र और केजी पराशर ने किया। बदलाव यात्रा में बलदेव राज प्रदेश प्रवक्ता, ईशान ओरी प्रदेश उपाध्यक्ष ,सुषमा शर्मा प्रदेश प्रवक्ता,  ऊना, राज प्रभारी हमीरपुर,  युवा मोर्चा शामिल हुए। बदलाव यात्रा के दौरान प्रभात फेरी बाबा बालक नाथ मंदिर देहला विधानसभा ऊना में निकाली गई गई। आप नेताओं ने जनता से कई स्थानीय मुद्दों पर संवाद भी किया।