पंजाबः सीएम मान के हलके में खिलाड़ी की मौ+त, परिजनों ने लगाएं गंभीर आरोप, देखें वीडियो

पंजाबः सीएम मान के हलके में खिलाड़ी की मौ+त, परिजनों ने लगाएं गंभीर आरोप, देखें वीडियो

संगरूरः पंजाब में नशे से मरने वाले युवाओं की संख्या की बात करें तो ये संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वहीं अगर मौजूदा स्थिति की बात करें तो नशे को लेकर पंजाब के हालात बहुत अच्छे नहीं होने की बात सामने आ रही है। इसी के चलते विपक्ष भी लगातार नशे को लेकर सरकार पर निशाने साध रहा है। वहीं सीएम मान के हलके संगरूर के चीमा गांव जहां एक बॉक्सिंग खिलाड़ी की मौत हो गई। वहीं, जब इस बारे में परिवार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके बेटे की मौत नशे के ओवरडोज से हुई है।

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पिता ने कहाकि उनका बेटा खेल में रुचि रखता था, लेकिन गलत संगति के कारण उसने ड्रग्स लेना शुरू कर दिया। जिसके बाद पता चला कि उसकी मौत ड्रग्स के ओवरडोज के कारण हुई है और दुखी पिता ने कहा कि वह आज रोने के अलावा कुछ नहीं कर सकता। पीड़ित ने सरकार से अपील की है कि अब नशे के कारण किसी दूसरे परिवार की बेटे की मौत न हो, इसके लिए सरकार को उनके लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। वहीं, युवक की मां ने भी अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह कैबिनेट मंत्री को बताना चाहती हैं कि यहां नशा बेचा जा रहा है और इसके लिए कुछ किया जाना चाहिए। लेकिन अभी तक देखने में आया है कि इलाके में सरेआम नशा बिक रहा है। आरोप है कि इस मामले को लेकर पुलिस, प्रशासन और सरकारें कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं।

इस बीच संगरूर से सांसद चुनाव में आजाद उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए बलविंदर सेखो ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह दुखद है कि अब भी नशे का मुद्दा मौजूदा सरकार का है जो इसी मुद्दे को लेकर सत्ता में आई थी कि पंजाब से नशा खत्म करेंगे लेकिन अब देखा जा रहा है कि हर दिन एक युवा नशे के कारण मर रहा है। उन्होंने कहा कि मृतक युवक जो एक अच्छा बॉक्सर था उसकी मौत भी नशे के कारण हुई। खिलाड़ी की मौत पंजाब के युवाओं पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख होता है कि पुलिस सब कुछ जानते हुए भी कार्रवाई नहीं करती है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में यह साफ है कि युवक की जान नशे की वजह से गई है, फिर भी पुलिस इसकी जांच के लिए आगे नहीं आई और ना ही इसकी गहराई में जांच के लिए गई है, जोकि एक शर्म की बात है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो कुछ भी कर सकती है, लेकिन देखा जा रहा है कि सरकारें भी इस व्यवस्था में शामिल हैं और इस व्यवस्था का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार और पुलिस प्रशासन से उम्मीद छोड़ दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे क्या पंजाब के लोगों के लिए कुछ सोचेंगे, क्योंकि यह देखा गया है कि अभी तक कई राजनीतिक पार्टियों ने नशे पर वोट मांगा है लेकिन इसे खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।