प्रेस वार्ता में इंटक पर जमकर बरसे मेला राम चन्देल

प्रेस वार्ता में इंटक पर जमकर बरसे मेला राम चन्देल
- कांग्रेस बताए इंटक का अध्यक्ष कौन, हिमाचल में घूम रहें हैं 3-3 इंटक अध्यक्ष 
 
- जिनके उद्योग में खुद के लेबर के ठेके वह क्या करेंगे मजदूरों की पैरवी
बददी/सचिन बैंसल: भारतीय मजदूर संघ ने इंटक और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। भामसं के प्रदेश उद्योग प्रभारी मेला राम चंदेल ने कहा के कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश में इंटक के 3-3 अध्यक्ष इंटक का झंडा उठाकर घूम रहे है। दिल्ली में इंटक के 4 अध्यक्ष हैं और हिमाचल में 3। जनता को पता तो चले के आखिरकार इंटक का अध्यक्ष है कौन? चंदेल ने कहा के अब इंटक मजदूर संगठन नहीं बल्कि फ्रेंचाइजी फर्म बनकर रह गई है जिसकी दिल्ली में 4 और प्रदेश में 3 फ्रेंचाइजी हैं। इस दौरान भामसं ने दून के कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी को भी आड़े हाथों लिया। मेला राम चंदेल ने कहा के राम कुमार कहते हैं भामसं ने लूट मचा रखी है तो 2 दिल पहले हार डलवाने वाले इंटक फ्रेंचाइजी के नए अध्यक्ष  से पूछें के उसके कितने उद्योगों में लेबर और कवाड़ के ठेके चल रहे हैं। चंदेल ने कहा के भटौली कलां के हिग्गस फार्मा उद्योग समेत 20 से अधिक उद्योगों में लेबर का काम करने वाले  कहां से मजदूरों के हिमायती हो सकते हैं।प्रदेश के सभी मजदूर संगठन ठेकेदारी प्रथा का विरोध करते हैं और यहां खुद को तथाकथित मजदूर नेता कहने वालों के ही उधोगों में लेबर और स्क्रैप के ठेके चल रहे हैं। चंदेल ने कहा के राम कुमार बताएं उन्हें इंटक के इन मजदूर नेताओं से कितनी कवाड़ और लेबर को पत्ती हर महीने आ रही है। उन्होंने राम कुमार से पूछा कब उन्होंने कितनी बार विधानसभा में उधोग और मजदूर हित के लिए आवाज उठाई। चंदेल ने कहा के वह सालों से मजदूरों के लिए लड़ रहे हैं बीबीएन में कोई 1 उद्योग बता दें जिस में मेला राम चंदेल या भामसं के किसी कार्यकर्ता का कोई लेबर या स्क्रैप का ठेका हो। उन्होंने सब जानते हैं के उद्योगों में किस ने लूट मचा रखी है और किस क्रेशर से रिमोट द्वारा इस लूट को कंट्रोल किया जाता है। आज उधोगों और स्क्रैप ठेकेदारों में दहशत है। राजनीति और सरकार की नोक ओर उद्योगों व स्क्रेप ठेकेदारों से जबरन उगाही की जाती है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से भी सवाल पूछा के हिमाचल में इंटक की कौन सी फ्रेंचाइजी असली है। मेला राम चंदेल ने कहा के जिस संगठन का केंद्र और प्रदेश में एक बाप नहीं है वह क्या मजदूरों के हित की बात करेंगे। इंटक के आड़ में उधोगों को डराने धमकाने और ठेके लेने जो सिलसिला चल रहा है उससे प्रदेश और बीबीएन की जनता और मजदूर अच्छे से बाकिफ हैं। इस मौके पर मेला राम चंदेल, राजू भारद्वाज, देवव्रत यादव, रणजीत ठाकुर, निर्मल सिंह, हृदय राम शर्मा, खेम राज विक्की, दया ठाकुर, गुरचरनी, सुमन देवी, सरला देवी, अश्वनी कुमार, महेंद्र सिंह, सुशील कुमार, मोनू कुमार समेत भामसं के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।