पर्यावरण शुद्धता के लिए पौधारोपण जरूरी: जीवन शर्मा

पर्यावरण शुद्धता के लिए पौधारोपण जरूरी: जीवन शर्मा

देवभूमि हिमाचल प्रदेश का 67% क्षेत्र वन परिक्षेत्र में समायोजित, इसे संजोए रखना ही हम सभी का दायित्व

ऊना/सुशील पंडित: हिमाचल प्रदेश सरकार के आदेशानुसार विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे अभियान 'पेड़ लगाओ' पर्यावरण बचाओ' के तहत बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई ऊना व जिला के युवाओं को विभिन्न कोर्सों की कोचिंग में अग्रणी एडुपेस संस्थान के छात्र-छात्राओं ने जिला मुख्यालय की ग्राम पंचायत झंबर के वन परिक्षेत्र में वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के संयुक्त तत्वाधान द्वारा पौधारोपण किया। इस दौरान करीब 40 छात्र-छात्राओं ने पूरे जोश के साथ आम नागरिकों को पर्यावरण का संदेश देते हुए 800 पौधे रोपित किए।

इस मौके पर मुख्यतिथि के रूप में पहुंचे ग्राम पंचायत झंहर के उप-प्रधान जीवन शर्मा ने कहा कि आज के आधुनिक युग में पर्यावरण की सुरक्षा व शुद्धता के लिए पौधारोपण एक अतुल्य अभियान है, और वर्तमान के साथ-साथ हमें भविष्य की चिंता करते हुए इसे अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए बचाना अति आवश्यक है। उन्होंने उपस्थित छात्र संगठनों को बताया कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भगोलिक परिस्थितियों के अनुसार हमारा करीब 67% क्षेत्र वन परिक्षेत्र में समायोजित है, जबकि 33% निवासीय क्षेत्र है, लेकिन अब हम लोगों द्वारा ही भगोलिक परिक्रमा से छेड़छाड़ कर इस 67% प्राकृतिक आधारभूत ढांचे को आधा भी नहीं छोड़ा है, उन्होंने इस बात पर चिंता जताते हुए कहा कि अगर इसी प्रकार वनों में कटाव, प्राकृतिक चट्टानों व पहाड़ियों से ऐसे ही हम छेड़छाड़ करते रहेंगे, तो आने वाले भविष्य में देवभूमि हिमाचल प्रदेश भी अपनी प्राकृतिक सौंदर्य से लुप्त हो कर मैदानी इलाकों की तरह नजर आएगा, जो कि हम सभी के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने उपस्थित छात्र छात्राओं से आह्वान किया कि हिमाचल प्रदेश को पर्यावरण युक्त रखने के लिए हम सभी को एकजुट होकर आगे आना है और अधिक से अधिक पौधे लगाकर देवभूमि हिमाचल को बचाना है।

इससे पहले भाजपा महिला मोर्चा जिला ऊना की महामंत्री सुषमा ठाकुर, ग्राम पंचायत झंबर के वार्ड पंच अर्चित शर्मा, फॉरेस्ट खंड अधिकारी राजेश कुमार, फॉरेस्ट गार्ड कुलदीप कुमार, चंदन सेकड़ी, मुकुल ठाकुर, तरुण ठाकुर, दीपक ठाकुर, जगदीप सिंह सहित एडुपेस कोचिंग संस्थान के छात्र-छात्राओं ने आमला, कीकर, शीशम इत्यादि कई किस्मों के पौधे रोपित किए।