पंजाबः आप नेता को मिली जान से मारने की धमकी

पंजाबः आप नेता को मिली जान से मारने की धमकी

लुधियानाः पंजाब के जगराओं से बड़ी खबर सामने आई है। जहां आप पार्टी के युवा नेता गोपी शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली है। गोपी शर्मा ने कहा कि वह पंजाब गौ सेवा कमीशन के सदस्य के साथ-साथ आप पंजाब के यूथ विंग के जॉइंट सचिव भी है।इस मामले को लेकर आप नेता ने पुलिस को लिखित शिकायत दे दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने एमपीएच मनिंद्रवीर सिंह को शिकायत दे दी है। पुलिस को दी शिकायत में आप नेता ने कहा है कि उसकी पत्नी ने अपने वार्ड में पार्षद का चुनाव रविंदर सभ्रवाल उर्फ फीना की पत्नी के खिलाफ लड़ा था।

जिसके बाद में ही फीना का परिवार उससे रंजिश रखने लगा है। कुछ समय पहले उसकी फीना के साथ नगर कौंसिल में तू-तू मै मै हो गई। जिसमें फीना की सच्चाई सामने आने पर वह कार्यकारी प्रधान से कमरे से भाग निकला था। गोपी के मुताबिक बीते कल उसको दोस्तों के जरिए सरेआम मैसेज भेज कर जान से मारने की धमकियां दी गई। लिखित शिकायत में शर्मा ने लिखा कि रविंदर सभ्रवाल का भाई उसके बेटा जब भी कभी उसे रास्ते में मिलते है। तो अपने पास रखे पिस्तौल पर हाथ रखकर उसको आंखें दिखा कर जानबूझ कर झगड़ा करने को उकसाते है। शर्मा के मुताबिक उसे और उसके परिवार को जान का खतरा है।

शर्मा ने कहा वह आम आदमी पार्टी का नेता होने के कारण पार्टी के काम से बाहर आता जाता रहता है। उसे डर है कि फीना अपने परिवार के साथ मिलकर उस पर कभी भी रास्ते में जानलेवा हमला करवा सकता है। जिसको लेकर उन्होंने पुलिस कार्रवाई को लेकर पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई है। शर्मा ने कहा अक्सर ही रविंदर सभ्रवाल का राजनीतिक पार्टीयो में आना जाना लगा रहता है। वह कपड़ों की तरह पार्टी बदलते रहते है। पंजाब में जिस पार्टी की सरकार बनती है वह उस पार्टी में छलांग मारने में देर नही लगाते। चाहे वह पार्टी उसे मुंह ना लगाए, लेकिन वह उस पार्टी के हर समारोह में आगे होकर बैठ जाते है।

गोपी के मुताबिक, मौजूदा समय में वार्ड नंबर 13 में रविंदर सभ्रवाल की पत्नी कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीत कर पार्षद बनी थी। लेकिन आप की सरकार आने पर फीना विधायक सरबजीत कौर मानुके के साथ नजर आते है। जहां तक कि अपनी ही पार्टी के कौंसिल प्रधान को कुर्सी से उतारने के लिये कई बार साजिश रची थी। इस से पहले फीना ने अकाली दल का दामन भी पकड़ा था। जिसके चलते सुखबीर बादल ने उन्हें सरोपा डाल कर पार्टी में शामिल किया था। लेकिन जब कांग्रेस की सरकार बनी तो वह फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।