जालंधरः गुरु ग्रंथ साहिब के नाम पर व्यक्ति करता था ये काम, देखें वीडियो

जालंधरः गुरु ग्रंथ साहिब के नाम पर व्यक्ति करता था ये काम, देखें वीडियो

सिख जत्थेबंदियों और पुलिस के पहुंचने पर आया असल सच सामने

जालंधर/हर्ष कुमारः धर्म के नाम पर भोले-भाले लोगों को फंसाने का एक मामला मकसूंदा से सामने आया है। जहां एक व्यक्ति गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर वहां पर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर भूत निकालने के नाम पर उन्हें और राख देता था और कई बीमारियों का इलाज करने का दावा करता था। इस मामले की सूचना मिलने पर आज पुलिस ने सिख जत्थे बंदियों के साथ वहां पर दबिश दी, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि नंदनपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति ने डेरा बनाया था। जहां पर आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी की ओर से दबिश की गई।

समिति की ओर से बलवीर सिंह मुच्छल ने कहा कि एक अन्य जगते बंदी को सूचना मिली थी कि नंदनपुर में एक व्यक्ति गुरु ग्रंथ साहिब के नाम पर लोगों के भूत निकालने का दावा करता है और उन्हें राख देता है। पुलिस को वहां से एक डायरी भी मिली है जिस पर कई लोगों के नाम लिखे हुए थे और साथ में उनकी बीमारियां भी लिखी हुई थी, जोकि कई तरह की लोगों की बीमारियों का इलाज करने का दावा किया हुआ था। उन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब के द्वारा लोगों को राख देना एवं भूत प्रेत जैसे कार्य करने का दावा बिल्कुल गलत है। इस दौरान सिख जत्थेबदिंयों के 2 सिख व्यक्ति जब पर पहुंचे तो वह चाबी लेने के बहाने वहां से फरार हो गया और वापिस नहीं लौटा।

उन्होंने कहा कि इस कार्य में पुलिस ने उनका काफी सहयोग किया है और अगर उक्त व्यक्ति वापस आकर माफी मांग लेता है तो उस पर विचार किया जा सकता है, अन्यथा पुलिस कार्रवाई की जाएगी और। सिख जत्थेबंदी ने कहा कि यहां पर दो गुरु ग्रंथ साहिब विराजमान है एक सुखासन पर है और दूसरे प्रकाशमान है। उन्होंने श्री गुरु ग्रंथ साहिब को यहां से ले जाने के लिए गुरुद्वारा साहिब से पालकी साहिब एवं सेवादारों को बुलाया है।

वहीं थाना मकसूदा के एसएचओ मनजीत सिंह ने कहा कि उन्हें श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी की ओर से शिकायत मिली है कि नंदनपुर में एक ढोंगी व्यक्ति श्री गुरु ग्रंथ साहिब के नाम पर यहां भोले-भाले लोगों का इलाज करने का दावा करता है। जब वहां पर पहुंचे तो वह व्यक्ति मौके से फरार हो चुका था और कमेटी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा।