जालंधरः फिर गरमाया विरासत हवेली का मामला, गेट पर निगम का चिपकाया नोटिस हुआ गायब  

जालंधरः फिर गरमाया विरासत हवेली का मामला, गेट पर निगम का चिपकाया नोटिस हुआ गायब  
गेट पर निगम का चिपकाया नोटिस हुआ गायब  

जालंधर/वरुणः नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए बुधवार को मास्टर तारा सिंह नगर स्थित विरासत हवेली (हेरिटेज इंपायर) को सील कर दिया था। लेकिन आज इस मामले को लेकर बड़ी ख़बर सामने आई है। बीते दिन विरासत हवेली के मेन गेट पर लगया गया नोटिस आज वहां से गायब हो गया है। नोटिस किसने फाड़ा है इसका कुछ पता नहीं चला है। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट को सील करने के पीछे राजनीतिक दबाव है। जिस बिल्डिंग में लीज पर यह रेस्टोरेंट चल रहा है वह अकाली दल के नेता का है।

अकाली दल के नेता ने विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी का दामन थामा था, लेकिन जालंधर केंद्रीय विधानसभा हलका से टिकट ना मिलने पर पार्टी छोड़ दी थी। बताया जा रहा है कि इसी कनेक्शन में यह कार्रवाई हुई है। शहर में सैकड़ों की गिनती में अवैध इमारतें हैं, लेकिन सिर्फ इसे ही टारगेट करके सील किया गया है। सीलिंग के दौरान ज्वाइंट कमिश्नर और एमटीपी की मौजूदगी भी रही।

यही नहीं इस दौरान बड़ी गिनती में पुलिस बल की घेराबंदी भी नजर आई थी। जिन लोगों ने लीज पर बिल्डिंग लेकर रेस्टोरेंट खोला है वह सील खुलवाने के लिए जगह-जगह प्रयास कर रहे हैं। हालांकि किसी जगह से भी सफलता नहीं मिली है। नगर निगम के एमटीपी नीरज भट्टी ने बताया कि पहले यह रेस्टोरेंट विरासत हवेली के नाम से चल रहा था। पिछले कुछ महीनों से इसका नाम हेरिटेज इंपायर रख दिया गया। नगर निगम अफसरों का आरोप है कि इसकी इमारत बिना मंजूरी बनी है। इसके लिए पहले कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं।