SYL की बैठक के बाद CM मान और मनोहर लाल का आया बयान, देखे वीडियो

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चंडीगढ़ (ENS): चंडीगढ़ में एसवाईएल मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में पंजाब के सीएम भगवंत मान और हरियाणा सीएम मनोहर लाल मौजूद रहे। दोनों ने अपने अपने पक्ष रखे, जिसको हरियाणा सीएम मनोहर लाल की एसवाईएल मीटिंग के बाद प्रतिक्रिया सामने आई है।

मीटिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को अपनी सिंचाई ज़रूरतें पूरी करने के लिए 54 एम.ए.एफ. से अधिक पानी की ज़रूरत है। स्थिति इतनी गंभीर है कि पंजाब के पास केवल 14 एम.ए.एफ. पानी है, जो किसानों को दिया जा रहा है। ऐसे हालात में किसी अन्य राज्य को पानी की एक बूँद भी देने का सवाल ही पैदा नहीं होता और पंजाब एस.वाई.एल. का निर्माण का सख़्ती से विरोध करता है और पंजाब के पास हरियाणा को देने के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं है। 

अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार पानी की उपलब्धता का फिर से मुल्यांकन करना ज़रूरी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के 76.5 प्रतिशत ब्लॉक (153 में से 117) में भूजल का स्तर बहुत नीचे जा चुका है, जहाँ पानी निकालने का पड़ाव 100 प्रतिशत को पार कर गया है, जब कि हरियाणा में केवल 61.5 प्रतिशत (143 में से 88) ब्लॉकों में पानी का स्तर नीचे गया है।  

मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सतलुज-यमुना लिंक (एस.वाई.एल.) नहर की बजाय अब इस प्रोजैक्ट को यमुना-सतलुज लिंक (वाई.एस.एल.) के तौर पर विचारा जाना चाहिए। सतलुज नदी पहले ही सूख चुकी है, और इसमें से पानी की एक बूँद भी देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। भगवंत मान ने कहा कि इसके उलट गंगा और यमुना का पानी सतलुज नदी के द्वारा पंजाब को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह यह मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष भी उठा चुके हैं।  

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चाहे यह राज्य हमेशा से ही राज्य के पानी पर अपने अधिकार का दावा करते आ रहे हैं, परन्तु जब पहाड़ी क्षेत्रों से आए अतिरिक्त पानी के कारण पंजाब बाढ़ की मार झेल रहा था, तब इन राज्यों ने पंजाब का पानी लेने से इनकार कर दिया था। पंजाब ने पहाड़ी क्षेत्रों में ज़्यादा बरसात होने के कारण बाढ़ की मार झेली है, परन्तु हमारे पानी पर अपना हक जताने वाले इन राज्यों को इससे कोई लेना-देना नहीं। बाढ़ के कारण पंजाब का बहुत नुकसान हुआ है, परन्तु राज्य से पानी मांगने वाले इन राज्यों को इसकी कोई परवाह नहीं। 

SYL की बैठक में हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमें पिछली बैठक से आगे बढ़ना होगा, SYL का निर्माण सबसे पहला विषय है। मौजूदा चैनल 66 साल से भी पुराना है। पानी के नेचुरल फ्लों के आर्टिफिशियल चैनल का निर्माण जरूरी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के अनुबंध के अनुसार अपने हिस्से का पानी नहीं मिल पा रहा है। पीने के पानी की आवश्यकता राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के साथ कई इलाकों में है।