सरकारी स्कूल की टीचर को जातिसूचक शब्द कहने पर भड़की यूनियन, प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन

सरकारी स्कूल की टीचर को जातिसूचक शब्द कहने पर भड़की यूनियन, प्रिंसिपल के खिलाफ प्रदर्शन

चंडीगढ़ः सेक्टर 18 गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की महिला टीचर को जातिसूचक शब्द बोल बेइज्जत करने के मामले में आरोपी प्रिंसिपल राज बाला की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसे लेकर एससी समुदाय से जुड़ी यूनियन का प्रदर्शन शुरू हो गया है। आज सेक्टर 17 स्थित मटका चौक पर प्रदर्शनकारी पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। बीते 26 और 27 जनवरी को घटी इस घटना में चंडीगढ़ पुलिस ने बीते 23 फरवरी को एफआईआर दर्ज की थी।

प्रिंसिपल राज बाला के खिलाफ सेक्टर 19 थाना पुलिस ने शेड्यूल्ड कास्ट्स एवं शेड्यूल्ड ट्राइब्स (प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटिज) एक्ट की धारा 3(1)(r)(s) के तहत केस दर्ज किया था। इस धारा में 6 महीने से 5 साल तक की कैद संभव है। मामले में DSP पलक गोयल द्वारा गहन जांच करने के बाद यह केस दर्ज किया गया था। घटना के बाद प्रिंसिपल लंबी छुट्‌टी पर चली गई थी। उन्हें रिपेट्रिएट करने की भी मांग की जा रही है।

टीचर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि स्कूल प्रिंसिपल राज बाला उन्हें पिछले 6 सालों से ब्लैकमेल कर रही थी। वह उन्हें स्कूल टाइमिंग में घर बुला कर काम करवाती थी। स्कूल स्वीपर होने के बावजूद प्रिंसिपल उन्हें झाड़ू लगाने को कहती थी। अब शिकायतकर्ता टीचर डरी हुई है कि प्रिंसिपल उनका करियर खराब कर सकती है। टीचर के आरोप के मुताबिक भारत का गणतंत्र हमें समानता का अधिकार देता है।

हालांकि इसी दिन बीते 26 जनवरी को प्रिंसिपल सुबह 8:51 बजे स्कूल पहुंची। 8:52 पर स्कूल में राष्ट्रीय झंडा फहराने का कार्यक्रम था। प्रिंसिपल को उम्मीद थी कि स्कूल के सीनियर टीचर्स उन्हें बुके देकर रिसीव करेंगे और एनसीसीसी इंचार्ज और कैडेट्स उन्हें स्टेज तक एस्कोर्ट करेंगे। ऐसा न होने पर वह काफी गुस्से में आ गई। इसके बाद वह तुरंत अपने ऑफिस में चली गई और सीनियर टीचर्स द्वारा रिक्वेस्ट करने पर वह स्टेज पर आई और गुस्से भरे चेहरे के साथ तिरंगा लहराया। इसके बाद गणतंत्र दिवस कार्यक्रम की शुरुआत हुई।