पंजाबः कल से 3 दिन डीसी दफ्तर में नहीं होगा काम, कर्मचारियों का ऐलान 

पंजाबः कल से 3 दिन डीसी दफ्तर में नहीं होगा काम, कर्मचारियों का ऐलान 

पटियालाः पंजाब सरकार ने चाहे सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल को रोकने के लिए एस्मा लागू कर दिया है, लेकिन सरकारी कर्मचारियों की ओर से काम छोड़ हड़ताल का सिलसिला नहीं रुक रहा है। इस संबंध में कर्मचारियों ने सोमवार से डिप्टी कमिश्नर, सब रजिस्ट्रार व एसडीएम दफ्तर में पब्लिक डीलिंग का काम अगले तीन दिन पूर्ण तौर पर बंद रखने की घोषणा की है। पटवारियों के बाद डीसी दफ्तर कर्मचारी 11 से 13 सितंबर तक हड़ताल पर रहेंगे। इसके चलते जमीनी रजिस्ट्रियों के साथ साथ पब्लिक डीलिंग से संबंधित कई अन्य काम नहीं हो पाएंगे। यह जानकारी डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान तेजिंदर सिंह ने दी।

उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने इसके बाद भी कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो यूनियन द्वारा अपने संघर्ष को ओर बड़ा रूप दिया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी भी राज्य सरकार की होगी, जबकि दूसरी और मुख्यमंत्री द्वारा एस्मा एक्ट लागू कर रखा है, जिसके तहत हड़ताल करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है। डीसी दफ्तर कर्मचारी यूनियन पंजाब के राज्य प्रधान तेजिंदर सिंह ने कहा कि सरकार को यूनियन द्वारा 13 दिन पहले ही हड़ताल संबंधी सूचना दे दी गई थी। इतने दिन बीत जाने के बाद भी सरकार ने यूनियन नुमाइंदों के साथ मीटिंग नहीं की और न ही मांगें पूरी करने के लिए कोई उचित कदम उठाया। सरकार के इस रवैये से यूनियन में रोष है।

तेजिंदर सिंह ने कहा कि कर्मचारी अपनी मांगें पूरी करने के लिए लंबे समय से लड़ रहे हैं और सरकार कर्मचारियों की मांगों को दबाने के लिए एस्मा एक्ट लागू कर रही है। सरकार की इन नीतियों को यूनियन किसी भी प्रकार बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यूनियन के फैसले अनुसार तीन दिन राज्य भर के डीसी दफ्तर के कर्मचारी तीन दिन कलम छोड़ हड़ताल पर रहेंगे।

डीसी दफ्तर कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सब रजिस्ट्रार दफ्तर में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रेशन का काम भी पूर्ण तौर पर बंद रहेगा। बता दें कि सब रजिस्ट्रार दफ्तर में रोजाना 70 से 100 प्रापर्टीज की रजिस्ट्रेशन होती है। रजिस्ट्रेशन कराने से पहले आनलाइन 500 रुपये फीस भरकर अप्वाइंटमेंट लेनी पड़ती है। एक प्रापर्टी की रजिस्ट्री कराने पर गवाह, बेचने वाला और खरीददार सहित नंबरदार को आना पड़ता है।