पंजाबः इस मामले नामी स्कूल को समन जारी 

पंजाबः इस मामले नामी स्कूल को समन जारी 

लुधियानाः जिले से बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक नामी स्कूल में 12वीं कक्षा के बच्चों की विदाई के लिए आयोजित समारोह के दौरान स्कूली बच्चों ने अपनी महंगी शानदार गाड़ियों में सवार होकर कार रैली निकाली। सड़क पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले इन बच्चों ने कार रैली के दौरान सड़क पर आवागमन करने वाले अन्य वाहन चालकों की जान को भी खतरे में डाला। रैली के दौरान जोर-जोर से गाने भी बजाय और पंजाब पुलिस को खुलेआम चुनौती भी दे डाली। अब मामला पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की निगाह में हैं। आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए लुधियाना के इस नामी स्कूल के प्रबंधन को समन किया है।

पंजाब राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष कंवरदीप सिंह का कहना है कि कार रैली निकालने के मामले में स्कूल प्रबंधन को समन किया गया है और प्रबंधन से जवाब मांगा गया है कि किस की अनुमति के साथ बच्चों ने विदाई समारोह में कार रैली निकाली ? 28 मार्च को स्कूल प्रबंधन को आयोग कार्यालय बुलाया गया है। उनका कहना है कि ऐसी रैलियां बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं और ऐसी रैलियों जिसमें कम उम्र के बच्चे वाहन चलाकर हो हल्ला करते हैं उन पर रोक लगना बेहद जरूरी है। स्कूल प्रबंधन के जवाब के बाद आयोग आगे की कार्रवाई को लेकर फैसला करेगा।आयोग के डिप्टी डायरैक्टर राजविंद्र सिंह गिल ने बताया कि ऐसा देखने को मिल रहा है कि इन दिनों युवा रैली निकालने के बाद वीडियो इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी अपलोड कर रहे हैं।

गीतों के साथ हथियारों का महिमा मंडन भी किया जा रहा है। एक दूसरे स्कूल से खुद को बेहतर दिखाने के लिए लग्जरी गाड़ियों की बाकायदा सूची भी बनाई जा रही है कि कार रैली में कितनी महंगी गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। लुधियाना के ही नामी 3-4 निजी स्कूलों के मामले सामने आए हैं जिनके बच्चों ने विदाई समारोह के दौरान कार रैलियां निकाली। बच्चों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसी रैलियां घातक साबित हो सकती हैं। ऐसी रैलियों को रोकने के लिए स्कूल प्रबंधन समेत अभिभावकों का अहम किरदार साबित हो सकता है। कम उम्र के बच्चों को वाहन क्यों मुहैया करवाए जा रहे हैं? अभिभावकों को बच्चों के जीवन को यूं संकट में नहीं डालना चाहिए।