पंजाबः निगम की कार्रवाई में झुलसने के मामले में एक की मौत, परिवार ने रोड किया जाम

पंजाबः निगम की कार्रवाई में झुलसने के मामले में एक की मौत, परिवार ने रोड किया जाम

लुधियानाः जिले में नगर निगम की अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई का विरोध करते हुए खुद को आग लगाने वाले 2 भाइयों में से एक की मौत हो गई है। दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है। पीजीआई चंडीगढ़ में वीरु की हालत गंभीर थी, जिस कारण उसने बुधवार देर रात दम तोड़ दिया। झुलसे अनमोल को पीजीआई चंडीगढ़ से डीएमसी लुधियाना शिफ्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि वीरु की मौत के बाद परिजनों ने देर रात ही सेक्टर-32 नजदीक भोला कॉलोनी में सड़क जाम करके धरना लगा दिया। धरना करीब 2 घंटे तक जारी रहा। मौके पर पुलिस फोर्स ने आकर मामला शांत करवाया। धरनाकारियों ने निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मांग है कि इलाके के 2 लोगों मोहन और संजीव के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करे।

यदि पुलिस ने मोहन और संजीव को जल्द गिरफ्तार न किया तो मृतक के परिजन लुधियाना-चंडीगढ़ हाईवे जाम करेंगे। वीरु की बहन नीलम के मुताबिक, मोहन लाल उनकी झुग्गी से हफ्ता वसूली करने आता था। वह कहता था कि जिस जमीन पर वह दुकानदारी कर रहे हैं, वह जमीन उसकी है। मोहन उसके भाई से 5 लाख रुपए दुकान पक्के तौर पर रखने की मांग कर रहा था।इसी रंजिश के चलते मोहन ने नगर निगम में शिकायतें देकर उसकी झुग्गी पर कार्रवाई करवाई है। घटना स्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक, मरने वाले वीरु की शादी को अभी एक महीना ही हुआ था। निगम अधिकारियों मुताबिक, बिल्डिंग ब्रांच की शाखा जब कार्रवाई करने पहुंची तो दोनों भाइयों ने मिट्‌टी का तेल डालकर निगम कर्मचारियों को जलाने की कोशिश की। गनीमत रही कि पुलिस कर्मचारियों ने उनको बचा लिया। इस दौरान बौखलाहट में दोनों भाइयों ने खुद को आग लगा ली। इस मामले में थाना डिवीजन नंबर 7 की पुलिस ने दोनों भाइयों पर मामला दर्ज कर दिया है।

2 दिन पहले बिल्डिंग ब्रांच द्वारा अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान वीरु और अनमोल दोनों सगे भाइयों ने कार्रवाई का विरोध किया। दोनों ने मिट्‌टी का तेल खुद पर छिड़क कर आग लगा ली। इससे हड़कंप मच गया। नगर निगम के कर्मचारियों, पुलिस और इलाके के लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर दोनों को तुरंत लुधियाना सिविल अस्पताल पहुंचाया। यहां से दोनों को PGI चंडीगढ़ रेफर किया गया। अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, वीरु सिंह और अनमोल करीब 70% झुलस चुके हैं। घायलों की छाती पर आग की तपिश ज्यादा पड़ी थी। वहीं घायलों के परिजनों के मुताबिक, इलाके के ही कुछ लोग जमीन के बदले पैसों की मांग करते थे। उन्होंने जब पैसे देने से इनकार कर दिया तो उन लोगों ने नगर निगम में शिकायतें देकर कार्रवाई करवाई है।