पंजाबः सिद्धू मूसेवाला के मर्डर केस में एक नया मोड़, पुलिस अधिकारी ने बलकौर सिंह को किया चैलेंज, देखें वीडियो

पंजाबः सिद्धू मूसेवाला के मर्डर केस में एक नया मोड़, पुलिस अधिकारी ने बलकौर सिंह को किया चैलेंज, देखें वीडियो

चंडीगढ़ः पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर केस में एक नया मोड़ आ गया है। रिटायर पुलिस अधिकारी सतपाल ने सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो जारी पर मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह को चैलेंज किया है। उन्होंने सिद्धू की हत्या को गैंगवार का परिणाम बताया। साथ ही कहा कि इसके सारे सबूत उनके पास हैं। रिटायर पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह अभी तक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के साथ खड़े थे, लेकिन अब सच्चाई बताने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि इस गैंगवार की शुरुआत जगराओं के गांव बंबीहा से हुई थी। यहां से भागा शख्स कनाडा में किसके पास रुका था और वहां पर क्या कमिटमेंट हुई थी यह बात किसी से छुपी नहीं है।

इसके बाद रवि ख्वाजके का कत्ल, गुर लाल पहलवान का मर्डर और उसके बाद मिड्डू खेड़ा की हत्या हुई। इसके बाद बठिंडा में एक कत्ल हुआ। ऑस्ट्रेलिया में बैठे शगनप्रीत की गारंटी हम लेंगे कि उसे कुछ नहीं होने देंगे। आधे घंटे में दूध-दूध और पानी का पानी करके रख देंगे। रिटायर पुलिस अफसर ने सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह को कहा कि जहां पर तेरा बेटा बैठता था वहीं चंडीगढ़ में उसी कोठी में वह भी बैठते थे। वह कुछ कहना नहीं चाहते थे, लेकिन अब मजबूर होकर बोल रहे हैं। फरीदकोद में जिन 7 और 9 साल बच्चों के सिर से पिता का साया छीन लिया गया उसमें तेरे बेटे का क्या योगदान था उसके पूरे सबूत दूंगा।

शगनप्रीत सिद्धू मूसेवाला का करीबी था। वह पहले मूसेवाला के साथ ही रहता था। मूसेवाला के सारे शो की डीलिंग करता था। मोहाली में दिन दहाड़े हुए मिड्‌डूखेड़ा के कत्ल में उसका नाम सामने आया था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की जांच में शगनप्रीत का संबंध मिड्‌डूखेड़ा कत्ल का जिम्मा लेने वाले गैंगस्टर कौशल चौधरी के शार्प शूटर्स से जुड़ा था। ​​​​​​शगनप्रीत ने पहले लॉरेंस और गोल्डी बराड़ की गैंग से खुद को खतरा बताते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका लगाई, लेकिन इसके बाद शगनप्रीत अचानक ऑस्ट्रेलिया चला गया। तब से वह वहीं रह रहा है। मूसेवाला की हत्या करने वाले लॉरेंस गैंग को भी शक है कि शगनप्रीत को मूसेवाला ने ही ऑस्ट्रेलिया भागने में मदद की थी। यह भी संभावना जताई जाती है कि इसी रंजिश की वजह से लॉरेंस गैंग ने मूसेवाला की हत्या की थी। शगनप्रीत पर संदेह था उसने मिड्‌डूखेड़ा की हत्या करने वाले शार्प शूटर्स को छुपने की जगह उपलब्ध करवाई थी।