ड्रोन से आंसू गैस छोड़ने पर पंजाब-हरियाणा प्रशासन हुए आमने-सामने, लिखा पत्र

ड्रोन से आंसू गैस छोड़ने पर पंजाब-हरियाणा प्रशासन हुए आमने-सामने, लिखा पत्र

पटियालाः किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए शंभू बॉर्डर पर ड्रोन के जरिए आंसू गैस के गोले छोड़े जाने पर पंजाब और हरियाणा प्रशासन आमने-सामने है। पंजाब की सीमा में ड्रोन दाखिल होने पर पटियाला DC शौकत अहमद पर्रे ने ऐतराज जताया है। उन्होंने अंबाला डीसी और SP को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर पर पंजाबी सीमा में ड्रोन न उड़ाए जाएं। न्यूज एजेंसी ने कहा कि ऐतराज के बाद हरियाणा पुलिस ने पंजाब सीमा में ड्रोन से आंसू गैस के गोले बरसाने बंद कर दिए हैं।

मंगलवार को जब किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच किया तो बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। इस दौरान पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें की थी। वहीं, शंभू बॉर्डर पर हरियाणा के पुलिस कर्मियों ने बैरिकेड तोड़ने का प्रयास करने पर किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस के गोले फेंके। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने कहा कि जब जवानों पर पथराव किया गया तो स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और ऋण माफी पर कानून सहित अपनी मांगों के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 'दिल्ली चलो' आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक भी किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। हरियाणा बॉर्डर क्रॉस करने के चक्कर में जो किसान घायल हुए हैं, उन्हें इलाज के लिए पंजाब के कई अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। पंजाब सरकार ने किसानों की हर संभव मदद का फैसला लिया है। अस्पतालों को सारे उचित इंतजाम करने के आदेश दिए हैं। वहीं, पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह खुद अस्पतालों में जाकर मरीजों से मिल रहे हैं।