शराब तस्करी पर नकेल की तैयारी, लागू होगा ‘ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम’

शराब तस्करी पर नकेल की तैयारी, लागू होगा ‘ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम’

चंडीगढ़ः शराब तस्करी के मामले चंडीगढ़ से लगातार बढ़ रहे है। हाल ही में पंजाब की तरफ से आरोप लगाए गए थे कि चंडीगढ़ से शराब तस्करी ज्यादा हो रही है, लेकिन उसे रोकने के लिए सही इंतजाम नहीं किए जा रहे। इसके चलते अब इसी साल से शराब के लिए ‘ट्रैक एंड ट्रेस’ सिस्टम को प्रशासन लागू करने जा रहा है। चंडीगढ़ प्रशासन ने आईटी डिपार्टमेंट और एनआईसी के साथ ​मिलकर ये सिस्टम डेवलप करवा लिया है। अफसरों के मुताबिक 15 फरवरी के आसपास इस सिस्टम को शुरू करवा दिया जाएगा। अगले साल के लिए तैयार की जा रही एक्साइज पॉलिसी में भी इसका प्रावधान रहेगा। सिस्टम से शराब की हर बोतल को को रीयल टाइम पर ट्रैक करना आसान हो जाएगा।

चंडीगढ़ से पहले पंजाब और दिल्ली में भी इसी तरह के सिस्टम लागू किए जा चुके हैं। चंडीगढ़ की जनसंख्या करीब 12.50 लाख है, लेकिन यहां शराब का कोटा हर फाइनेंशियल ईयर के लिए काफी ज्यादा रखा जाता है। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर का इंडियन मेड फॉरेन लिकर, इंपॉर्टेड शराब और देसी शराब का कोटा मिलाकर 2.71 करोड़ बोतलों का है। इसके अलावा करीब 70 लाख से ज्यादा बोतलें बीयर की सेल यहां रहती है।

चंडीगढ़ में शराब साथ लगते राज्यों के मुकाबले सस्ती रहती है, जिसके चलते ज्यादा तस्करी के मामले हिमाचल, पंजाब, हरियाणा से सामने आते हैं। ऐसे में हर बोतल पर बार कोडिंग के साथ बैच नंबर भी लिखे होंगे। इससे किस ठेके से कितनी शराब सप्लाई हो रही है, इसे ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकेगा। होल सेलर के पास से शराब ठेकेदार और अगर कहीं पर इसकी तस्करी होती है तो उसके पूरे चैनल का पता चल जाएगा। चंडीगढ़ के शराब ठेकों में करीब 1500 से ज्यादा बोतलें एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने जब्त की हैं, जिनमें से लेबल तक मंजूर नहीं थे, यानी इन ब्रांड की शराब को चंडीगढ़ में बेचा ही नहीं जा सकता।