पेट्रोल-डीजल की बढ़ी किल्लत, 80 प्रतिशत पंप हुए ड्राई

पेट्रोल-डीजल की बढ़ी किल्लत, 80 प्रतिशत पंप हुए ड्राई

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में 80% पेट्रोल पंप ड्राई हो गए हैं। शेष पंपों पर भी आज शाम तक का तेल बचा है। इसकी सप्लाई नहीं आई तो तेल के लिए हाहाकार मच जाएगा। प्रदेश के पेट्रोल पंपों में तीन दिन से सप्लाई नहीं आई। डीजल की कमी में सुंदनरगर में हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) डिपो के सभी बस रूट बंद कर दिए गए हैं। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी आज शाम तक HRTC की ज्यादातर बसें खड़ी हो जाएंगी। निगम के पास भी एक-दो दिन का ही डीजल बचा है। ट्रक पहले ही खड़े हो गए हैं। तेल के बगैर लोगों के छोटे वाहनों के पहिए भी जल्द थम जाएंगे।

इस बीच हिमाचल के प्राइवेट बस और ट्रक ऑपरेटर भी नए हिंट एंड रन कानून के विरोध में हड़ताल पर बैठे देशभर के ड्राइवरों के समर्थन में उतर आए हैं। ड्राइवरों की हड़ताल से प्रदेश में हालात खराब होते जा रहे हैं। निर्माण सामग्री सीमेंट, रेत, सरिया, बजरी और हार्ड वेयर के सामान की सप्लाई दो दिन से बंद है। गैस, पेट्रोल-डीजल की भी बीते 48 घंटे से प्रदेश में सप्लाई नहीं आई। अब राशन का स्टॉक भी धीरे-धीरे कम होने लगा है। पेट्रोल-डीजल की सप्लाई बहाल नहीं हो पाई तो कल से दैनिक उपभोग की खाद्य वस्तुएं दूध, दही, ब्रेड, मक्खन और सब्जियों की सप्लाई पर भी असर पड़ेगा।
निर्माण सामग्री नहीं आने से पहाड़ों पर घर बनाने के काम पर ब्रेक सी लग गई है, जबकि त्रासदी से उभर रहे हिमाचल में इन दिनों निर्माण कार्य को गति देने की जरूरत है। आज से ड्राइवरों की हड़ताल का असर परिवहन सुविधा पर भी नजर आने लगेगा।

इसे देखते हुए HRTC ने बस रूट क्लब करने यानी जिस रूट पर दो बसें चलती है, वहां आज से एक ही बस भेजने का निर्णय लिया है। HRTC के MD रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि निगम के पास अब एक-दो दिन का ही डीजल बचा है। उन्होंने सभी जिलों के DC को पत्र लिखकर निगम की बसों को तेल उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि परिवहन व्यवस्था न चरमराए। केंद्र सरकार ने हाल ही में हिट एंड रन मामले में मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किया है। इसमें केंद्र सरकार ने गाड़ी से टक्कर मारने के बाद भागने वाले ड्राइवर को 10 साल की सजा और 5 से 7 लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान किया है। देशभर के ड्राइवर इसका विरोध कर रहे हैं।

हालांकि पहले दो दिन तक प्रदेश में इसका आंशिक असर दिखा, लेकिन जैसे जैसे हड़ताल आगे बढ़ रही है प्रदेश के ड्राइवर, बस व ट्रक ऑपरेटर भी इनका समर्थन कर रहे हैं। हिमाचल पेट्रोल पंप एसोसिएशन के पदाधिकारी अमित नंदा ने बताया कि प्रदेश में 80% पंप ड्राई हो गए हैं। सप्लाई बहाल नहीं हुई तो आज शाम से किसी भी पंप पर तेल नहीं मिल पाएगा। केंद्र सरकार को सभी स्टेक-होल्डर के साथ बैठकर हड़ताल का समाधान निकालना चाहिए। कोटखाई में पेट्रोल पंप संचालक राजेंद्र चौहान ने बताया कि पंप पूरी तरह से ड्रॉई हो गया है। अब सप्लाई आने पर ही पेट्रोल-डीजल गाड़ियों में भर पाएंगे। पेट्रोल-डीजल की किल्लत को देखते हुए सोलन में खाद्य आपूर्ति जिला कंट्रोलर ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को पेट्रोल-डीजल की राशनिंग करने के निर्देश दिए हैं। इन आदेशों में कहा गया है कि 10 से 20 लीटर से ज्यादा तेल किसी भी गाड़ी में न डाला जाए।