H3N8 बर्ड फ्लू से दुनिया में पहली बार इंसान की मौत, जानें WHO ने क्या कहा?

H3N8 बर्ड फ्लू से दुनिया में पहली बार इंसान की मौत, जानें WHO ने क्या कहा?

नई दिल्ली: चीन से फैले कोरोनावायरस का कहर अभी दुनिया में थमा नहीं, एक और वायरस ने तांडव बरपाना शुरू कर दिया है। नए संकट की शुरुआत भी चीन से ही हुई है। चीन में H3N8 नाम के बर्ड फ्लू वायरस से पहली बार किसी इंसान की मौत हुई है। दुनिया में अभी तक इस वायरस से किसी की जान नहीं गई थी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी जानकारी

इसकी जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दी। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि दक्षिणी चीन के ग्वांगडोंग प्रांत की एक 56 साल की महिला 22 फरवरी 2023 को संक्रमित हुई थी। तीन मार्च 2023 को वह गंभीर निमोनिया से पीड़ित हो गई। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन 16 मार्च को उसने दम तोड़ दिया।

पोल्ट्री फार्म के संपर्क में थी महिला

जब केस की हिस्ट्री पता की गई तो मालूम हुआ कि महिला पोल्ट्री फार्म के संपर्क में थी। उसके घर के आसपास भी जंगली पक्षियों का बसेरा था। चीनी सरकार ने महिला के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए। लेकिन किसी में रोग के लक्षण नहीं मिले और न ही वायरस की पुष्टि हुई।

पहली बार किसी इंसान की मौत

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यह पहली बार है जब एवियन इन्फ्लुएंजा स्ट्रेन ने किसी इंसान की जान ली है। हालांकि एच3एन8 से संक्रमण का यह तीसरा मामला था। संयुक्त राज्य अमेरिका की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार अप्रैल और मई 2022 में दो केस सामने आए थे। संभवत: मुर्गियों और जंगली बत्तखों के संपर्क में आकर संक्रमित हुए थे। हालांकि यह वायरस कहां से फैला है, इस मामले में अभी तक सटीक जानकारी सामने नहीं आई है। इलाज के बाद दोनों ठीक हो गए थे।

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि एच3एन8 एक तरह का बर्ड फ्लू है, जो इंसानों में बेहद दुर्लभ है। 1960 के दशक में पहली बार उत्तरी अमेरिकी पक्षियों में इस बीमारी का पता चला था। इसके बाद 2022 में कुत्तों, घोड़ों में लक्षण मिले।