राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घरेड में एनएसएस शिविर का आगाज

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घरेड में एनएसएस शिविर का आगाज

विभिन्न सामाजिक कार्यों को शिविर के दौरान दिया जाएगा अंजाम

बददी/सचिन बैंसल: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घरेड में राष्ट्रीय सेवा योजना कैंप का शुभारंभ प्रधानाचार्य ने दीप प्रज्वलित करके किया। छात्रों के द्वारा वंदे मातरम स्वागत गीत व एन.एस.एस गीत की प्रस्तुति की गई। एनएसएस के प्रभारी सीमा देवी व प्रवक्ता राजपाल ने बच्चों का मार्गदर्शन किया व एनएसएस के बारे में विस्तार से बताया।  कृष्णा देवी ने एनएसएस की पृष्ठभूमि के बारे में दिशा निर्देश दिए व एनएसएस के प्रतीक चिन्ह के बारे में भी बताया ।  मोनिका ने संगठन के बैज के बारे में जानकारी दी। भावना देवी ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य के बारे में विस्तृत रूप से बताया। इसमें सभी अध्यापक व 31 बच्चों ने भाग लिया। इस कैंप में 12 लड़कियां और 19 लडक़े राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घरेड के प्रांगण में 7 दिनों तक रहेंगे और विभिन्न सेवा कार्य करेंगे।  आज पहले दिन बच्चों ने विद्यालय के मेन गेट के आगे साफ सफाई की। एनएसएस के प्रभारी सीमा देवी व प्रवक्ता राजपाल ने अपने संबोधन में बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्र की युवाशक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है।

इसके गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ीत लोगों की सहायता आदि। विद्यार्थी जीवन से ही समाजपयोगी कार्यों में रत रहने से उनमें समाज सेवा या राष्ट्र सेवा के गुणों का विकास होता है।
स्वैच्छिक समुदाय सेवा के माध्यम से युवा छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के प्राथमिक उद्देश्य से राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) को 1969 में शुरू किया गया था। एनएसएस इकाइयां उस गतिविधि का आयोजन कर सकती है जो समुदाय के लिए प्रासंगिक है। समुदाय की जरूरतों के अनुसार गतिविधियां जारी हैं। मुख्य गतिविधियों वाले क्षेत्रों में शिक्षा और साक्षरता, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और पोषण, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सेवा कार्यक्रम, महिलाओं की स्थिति में सुधार, उत्पादन उन्मुख कार्यक्रम, आपदा राहत तथा पुनर्वास संबंधी कार्यक्रम, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान, डिजिटल भारत, कौशल भारत, योग इत्यादि जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करना आदि शामिल है।