भारत में कितने प्रतिशत लोग नॉन वेज के हैं शौकीन, चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने!

भारत में कितने प्रतिशत लोग नॉन वेज के हैं शौकीन, चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने!

नई दिल्लीः ऐसा कहा जाता है कि दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी शाकाहारी लोगों की भारत में रहती है।

क्या भारत उतना शाकाहारी है जितना लोग समझते हैं? वास्तव में देश के अंदर ही नहीं पूरी दुनिया में भारत को लेकर यह धारणा प्रचलित है कि भारत में अधिकांश लोग शाकाहारी हैं और यहां मांसाहारी से ज्यादा शाकाहारी भोजन को महत्व दिया जाता है। लेकिन यह बात पूरी तरह सही नहीं है। क्योंकि हर दो में से एक भारतीय ना केवल मांसाहारी भोजन का आनंद लेता है बल्कि हफ्ते में एक बार इसे खाता भी है।

एक सर्वे अनुसार (2019-21) के अनुसार, 57.3 प्रतिशत पुरुष और 45.1 प्रतिशत महिलाएं सप्ताह में कम से कम एक बार चिकन या अन्य प्रकार की नॉन वेजिटेरियन डिशेज का आनंद लेते हैं। यह आंकड़ा शहरी क्षेत्रियों कि संख्या गांव में रहने वाले लोगों की तुलना से अधिक है। शहरी क्षेत्रों में लगभग 60 प्रतिशत पुरुष और 50.8 प्रतिशत महिलाएं सप्ताह में कम से कम एक बार किसी न किसी तरह का मांस खाते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, किसी भी अन्य धर्म के लोगों की तुलना में ईसाई अधिक मांसाहारी भोजन का सेवन करते हैं। लगभग 80 प्रतिशत ईसाई पुरुष और 78 प्रतिशत ईसाई महिलाएं सप्ताह में कम से कम एक बार मांसाहारी भोजन का सेवन करते ही हैं। इसकी तुलना में केवल 79.5 और 70.2 प्रतिशत मुस्लिम पुरुष और महिलाएं और 52.5 व 40.7 प्रतिशत हिंदू पुरुष और महिलाएं मांसाहारी भोजन खाती हैं।

मांसाहार खाने वालों की सबसे ज्यादा आबादी पूर्वी, दक्षिणी और पश्चिमी भारत में है। गोवा, केरल, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 80 प्रतिशत से अधिक पुरुष आबादी सप्ताह में कम से कम एक बार मछली, चिकन या अन्य तरह के मांस का सेवन करना पंसद करते हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा और तमिलनाडु में 50 प्रतिशत से अधिक पुरुष आबादी साप्ताहिक रूप से मांसाहारी भोजन का आनंद लेती है।