पंजाबः प्रेमी संग मिलकर महिला ने किया पति का क+त्ल 

पंजाबः प्रेमी संग मिलकर महिला ने किया पति का क+त्ल 

होशियारपुरः हलका दसूहा के गांव कोलिया में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। जहां महिला ने आशिक संग मिलकर पति का कत्ल कर दिया। बताया जा रहा हैकि पति बूटी राम अपनी पत्नी के प्यार में कांटा बन रहा था। उसे रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या से पहले आरोपियों ने पहले बूटी राम को शराब पिलाई। सोने के बाद उसकी ईंटों से हमला करके वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद दोनों ने मिलकर घटना के सबूत मिटा दिए। सुबह होते ही पति की मौत का ड्रामा कर लोगों व पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की। दसूहा पुलिस ने अब उसके फरार प्रेमी गुरजीत सिंह उर्फ ​​मोनू को हिरासत में ले लिया है। वहीं अमनदीप पहले से ही पुलिस हिरासत में था।

दसूहा पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को कुछ ही घंटों में सुलझा लिया था। जानकारी के मुताबिक, अमनदीप कौर पिछले एक साल से अपने प्रेमी गुरजीत सिंह के संपर्क में थी। इसकी जानकारी उसके पति को हो गयी थी। पति को प्यार में बाधा बनता देख 6 तारीख की सुबह पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची। महिला का पति शराब पीने का आदी था। इसका फायदा उठाते हुए पत्नी ने अपने प्रेमी को शराब लेकर घर आने को कहा ताकि वह अपने पति को शराब में नींद की गोलियां दे सके। वहीं बच्चों को नींद से जगाने से रोकने के लिए उन्हें कोल्डिरंग में नींद की गोलियां भी मिलाकर दी। इसी तरह हत्या वाली रात देर शाम उसका प्रेमी घर शराब की बोतल लेकर आता है और प्रेमिका के पति के साथ बैठकर शराब पीने लगता है और वह देर रात 8.30 बजे वहां से चले गए.।जिसके बाद मौका पाकर पत्नी अमनदीप कौर ने शराब में नींद की गोलियां दे दीं।

देर रात जब पति नींद की गोलियों के असर से गहरी नींद में सो जाता है तो महिला रात 11.30 बजे अपने प्रेमी को घर बुलाती है। और दोनों मिलकर सोते हुए व्यक्ति पर ईंटों से कई वार कर देते हैं। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो जाती है। इसके बाद पत्नी अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या के सबूत मिटाने में जुट जाती है और सबसे पहले हत्या वाली जगह पर फैले खून को अच्छी तरह से साफ करने के बाद मृत पति के कपड़े भी बदल देती है ताकि सुबह हो सके अनजान होने का नाटक कर सके। अगले दिन उसी तरह उक्त महिला ने अपने पति की मौत का ड्रामा कर लोगों व पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की, लेकिन असफल रही। पोस्टमॉर्टम के बाद बूटी राम का उनके गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।