उज्जैनः महाकाल के दर्शन दौरान श्रद्धालुओं में जमकर चले लात-घूसे, देखें वीडियो

उज्जैनः महाकाल के दर्शन दौरान श्रद्धालुओं में जमकर चले लात-घूसे, देखें वीडियो

उज्जैनः महाकाल मंदिर के दर्शन दौरान श्रद्धालुओं के बीच हाथापाई के मामले रोजाना सामने आ रहे है। हालांकि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं द्वारा 1500 रुपए भी दिए जा रहे है, लेकिन विवाद नहीं खत्म हो रहा है। सोमवार को भी सभा मंडप में दर्शन की बात को लेकर श्रद्धालु आपस में भीड़ गए। इस दौरान श्रद्धालुओं के बीच जमकर लात-घूसे चले। यह सब कुछ देश भर से श्रद्धालु, मंदिर के कर्मचारी और पण्डे पुजारियों के सामने हुआ। जिसका वीडियो वायरल हो गया। महाकाल मंदिर में गर्भगृह में दर्शन करने के नाम मंदिर समिति 1500 रुपए में दो श्रद्धालुओं के लिए अनुमति देती है। लेकिन अब रोजाना श्रद्धालुओं की बड़ी रही संख्या को देखते है। यहां रोजाना विवाद हो रहे है।

आज सुबह रसीद कटाने के बाद सभा मंडपम में खड़े श्रद्धालु गर्भगृह में जाने के लिए इन्तजार कर ही रहे थे की। अव्यस्थाओ का आलम ऐसा की आगे जाने की बात को लेकर दो श्रद्धालु आपस में भीड़ गए। इस दौरान कई लोग आपस में उलझ गए। विवाद इतना बढ़ गया की दोनों के बीच मारपीट हो गई और एक दूसरे पर गिरते हुए बेरिकेट पर गिर गए। विवाद में मारपीट होने के बाद वंहा मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालुओ को अलग कर लाइन को आगे चलाया। एक हफ्ते पहले ही दो बार लाइन में खड़े श्रद्धालुओं ने 1500 की रसीद की कालाबाजारी का आरोप लगाकर हंगमा किया था। एक बार फिर 1500 की लाइन में हंगामे के बाद अब महाकाल मंदिर में काम कर रहे कर्मचारी और जिम्मेदारों पर सवाल खड़े हो रहे है। आये दिन हो रहे विवाद के कारण मंदिर की छवि को नुकसान हो रहा है वो अलग। इस पुरे मामले में पर जब महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से जवाब लेना चाहा तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

महाकाल मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है।अधिक भीड़ होने की वजह से महाकाल मंदिर समिति ने गर्भगृह में सिर्फ 1500 रुपए की रसीद लेकर दर्शन काने वाले और प्रोटोकॉल से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अनुमति दी हुई है। ये सभी श्रद्धालु बड़े गणपति मंदिर के पास बने प्रोटोकॉल कार्यालय से रसीद लेकर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करते है। 11 अक्टूबर के बाद से बड़ी भीड़ की वजह से रोजाना प्रोटोकॉल कार्यालय पर विवाद की स्थिति बन रही है। बीते गुरुवार को भी झारखण्ड, छत्तीसगढ़ और दिल्ली से आये श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया था कि सुबह 6 बजे घंटो तक 1500 रुपए की रसीद के लिए लाइन में खड़े है लेकिन दो बार चक्कर लगाने के बाद भी अब तक प्रोटोकॉल रसीद नहीं मिली जिससे गर्भ गृह में जाकर दर्शन मिल जाए। दरअसल महाकाल मंदिर समिति दिन भर में कुल 1500 रुपए के 580 प्रोटोकॉल टिकिट ही श्रद्धालुओं को दे पा रही है। जिसके चलते लाईन में लगे हजारों लोग दिन खाली हाथ लौट जाते है।

महाकाल मंदिर समिति ने मंगलवार से शुक्रवार तक आम भक्तो के लिए भीड़ कम होने की स्थिति में गर्भगृह से दर्शन व्यवस्था को निःशुल्क रखा है। लेकिन बीते एक माह से भीड़ का दबाव रोजाना बढ़ रहा है जिसके चलते निशुल्क दर्शन नहीं हो पा रहे है। ऐसी स्थिति में श्रद्धालुओं के गर्भगृह में दर्शन के लिए मंदिर समिति रोजाना 1500 रुपए में दो श्रद्धालुओं के लिए एक टिकट जारी करती है। जो कि दिन भर में मात्र 580 टिकट का कोटा तय है। इसमें भी सुबह 6 से दोपहर 1 तक 150 टिकट शाम शाम 6 से रात 8 बजे तक मात्र 50 भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश की व्यवस्था रखी है। बाकी बचे 380 टिकट ये सभी मंदिर में 22 पुरोहित और 16 पुजारी के यजमान के लिए निर्धारित है। ऐसे में रोजाना श्रद्धालु के बीच विवाद की स्थिति बनती है।