मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए हिमाचल में दंगल, सुक्खू ने दिखाई ताकत

मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए हिमाचल में दंगल, सुक्खू ने दिखाई ताकत

 प्रतिभा रेस से बाहर! विक्रमादित्य को मिलेगा बड़ा पद

ऊना/ सुशील पंडित: हिमाचल में लोगों ने अपना रिवाज कायम रखते हुए सत्ता की चाबी कांग्रेस को सौंप दी है। अब कांग्रेस में सीएम की कुर्सी के लिए दंगल ते होता जा रहा है। हालांकि शुक्रवार को पूरा दिन माथापच्ची करने के बाद सीएम का फैसला हाईकमान पर छोड़ दिया गया है पर ये दंगल अभी रुकने वाला नहीं है।

हर किसी के मन में आज के समय में एक ही सवाल है कि आखिर हिमाचल का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा। कल शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई। इसमें फैसला लिया गया कि पार्टी अलाकमान ही अंतिम निर्णय लेगा। हालांकि, पहाड़ी राज्य में सीएम पद के लिए शक्ति प्रदर्शन का दौर अभी तक जारी है।

शुक्रवार को विधायक दल की बैठक से ठीक पहले नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के 21 विधायकों के साथ चंडीगढ़ में बैठक की और शिमला रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर चर्चा की। इस घटना को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।

वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के अऩुसार पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को सीएम की रेस से बाहर कर दिया गया है, जिनकी अगुआई में कांग्रेस हिमाचल में चुनाव लड़ी। कांग्रेस आलाकमान के करीबी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री पद की दौड़ में केवल तीन नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री और राजिंदर राणा हैं। मुख्यमंत्री विधायकों में से ही होगा। सूत्रों का कहना है कि आलाकमान को लगता है कि अगर प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो दो उपचुनाव कराने होंगे। एक लोकसभा का और दूसरा विधान सभा का, जो पार्टी नहीं करवाएगी। सूत्रों ने आगे कहा कि प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को कैबिनेट में उच्च पद दिया जा सकता है।

ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस मंडी की 10 में से 9 सीटों पर हार गई है। ऐसे में तुरंत उपचुनाव कराना उचित नहीं होगा। कहीं न कहीं चुनाव जीतकर जो माहौल बनाया गया है वह बिगड़ सकता है। उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को कैबिनेट में एक उच्च पद देकर प्रतिभा सिंह को मनाया जा सकता है।