पंजाबः क्या बदलेगी चुनाव की तारीख, विपक्ष ने की ये मांग 

पंजाबः क्या बदलेगी चुनाव की तारीख, विपक्ष ने की ये मांग 

मोहालीः पंजाब में लोकसभा चुनाव की तारीख को लेकर विवाद हो गया है। दअरसल, निर्वाचन आयोग ने पंजाब में 7वें चरण में मतदान करवाने का शेड्यूल जारी कर दिया हुआ है। शेड्यूल के मुताबिक 1 जून को राज्य में मतदान होगा, जबकि 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इस बात को लेकर राजनीतिक दल और किसान अंतिम चरण में चुनाव को साजिश बता रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता दलील दे रहे हैं कि ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है। उस समय किसान अपने काम में व्यस्त होंगे। इससे मतदान का प्रतिशत गिरेगा।

कांग्रेस के सीनियर प्रताप सिंह बाजवा ने तो चुनाव की तारीख बदलने की मांग निर्वाचन आयोग से की है। ताकि इन चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से करवाया जा सकें। साथ ही एक पार्टी को इसका फायदा न मिल पाए। कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा का कहना पंजाब की एक ही कैश क्रॉप धान है। ऐसे में जब चुनाव की तारीख रखी गई है, उस समय पंजाब के 70 फीसदी किसान व खेत मजदूर अपने खेतों में व्यस्त होंगे। यह सब एक साजिश के तहत यह सब किया गया है। पंजाब में धान का सीजन मई के तीसरे हफ्ते से शुरू होकर जुलाई के दूसरे हफ्ते तक चलता है। जून एक में तो किसान अपने खेतों में होंगे।

इस वजह से चार से पांच फीसदी किसान वोटिंग कम करेंगे। इसका फायदा एक पार्टी को मिलेगा। वहीं, उस पार्टी के नेता भी सभी राज्यों को निपटाकर यहां आ जाएंगे। ऐसे में वह चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। किसान नेता व यूनियन पहले दिन से कह रहे हैं कि जानबूझकर चुनाव का शेड्यूल लटकाया गया है। किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर का कहना है कि जून के महीने में किसान अपने कामों में व्यस्त हो जाता है। जबकि इस बार किसानों का संघर्ष भी चल रहा है। ऐसे में इस वजह से भी देरी हुई है। हालांकि उनका कहना है कि हमारा संघर्ष चलता रहेगा। 10 जून तक जो भी नई सरकार आ जाएगी इस बार चुनाव को 44 दिन मिले हैं, जबकि गत बार 39 दिन मिले थे।