पंजाबः इस मामले में BJP नेता पर FIR दर्ज

पंजाबः इस मामले में BJP नेता पर FIR दर्ज

लुधियानाः जिले के बद्दोवाल एमिनेंस सरकारी स्कूल में बीते दिन लेंटर गिरने के मामले में ठेकेदार भाजपा नेता अनमोल कत्याल पर कार्रवाई हुई है। अनमोल के खिलाफ थाना मुल्लांपुर दाखा में धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अनमोल अभी फरार चल रहा है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक अनमोल की पंजाब भाजपा के सीनियर नेताओं के साथ अच्छी जान पहचान है। वहीं स्कूल लेंटर गिरने के हादसे में एक टीचर रविंद्र कौर की मौत हो गई है, जबकि नरिंद्रजीत कौर, सुखजीत कौर और इंदू रानी चोटिल हैं। मृतका टीचर रविंद्र कौर के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है।

हादसे के दौरान 600 से अधिक छात्र थे मौजूद

रविंद्र कौर के शव का आज पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। दोपहर को टीचर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। रविंद्र कौर के सिर पर गंभीर चोट आई। सांस लेने वाली नली में मिट्‌टी फंस गई। रविंद्र कौर ने मास्टर कैडर के तौर पर 2014 में ज्वाइंन किया था। हादसे के बाद स्कूल के छात्रों में भी शोक की लहर है। हादसे के समय करीब 600 से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक रविंद्रपाल कौर सामाजिक विषय की टीचर थीं। वह 6वीं से 10वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाती थीं। जून महीने में ही वह नूरपुर बेट से बद्दोवाल के सरकारी स्कूल में तबादला करवाकर आई थीं और वह हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रह रही थी।

डिप्टी कमिश्नर ने मजिस्ट्रेट जांच के दिए आदेश 

उनके परिवार में एक बेटा और पति मनदीप सिंह है। मामले में डिप्टी कमिश्नर लुधियाना सुरभि मलिक ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं कि शिक्षा विभाग भी अपने स्तर पर जांच करेगा। ठेकेदार अनमोल कत्याल के पिता स्व. काला कत्याल जगराओं में भाजपा के पूर्व पार्षद रहे हैं। शिअद-भाजपा सरकार के समय जगराओं की मुख्य सड़कों के निर्माण कार्य के ठेके इन्हें ही मिलते रहे हैं। रिकॉर्ड से पता चला है कि स्कूल की बिल्डिंग का निर्माण मूल रूप से 1960 में किया गया था। इस समय यह खस्ता हालत में थी। हादसे के समय दूसरी मंजिल पर निर्माण गतिविधियां चल रही थीं। परिणामस्वरूप, सहायक पिलर के ढहने से ग्राउंड फ्लोर पर स्टाफ रूम की छत गिर गई। ये मुरम्मत का कार्य पंचायती राज्य विभाग द्वारा ठेकेदार को दिया गया था।

छत गिरने दौरान कैंपस में मची अफरा-तफरी

वहीं स्कूल स्टाफ के मुताबिक, चारों शिक्षक अपनी-अपनी कक्षाएं लेने के बाद स्टाफ रूम में बैठी थीं कि अचानक छत ढह गई और शिक्षकों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। कैंपस में अफरा-तफरी मच गई। शोर मचा और पुलिस कंट्रोल रूम व जिला प्रशासन को सूचित किया गया। SDM हरजिंदर सिंह ने बताया कि मामले में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। जांच की जा रही है कि ठेकेदार को बिल्डिंग की मरम्मत करवाने की मंजूरी किसने दी। यह भी पता किया जा रहा है कि क्या मरम्मत कार्य शुरू करने से पहले ठेकेदार ने स्कूल से सर्टिफिकेट लिया या नहीं। मजिस्ट्रेट जांच के लिए एसडीएम पश्चमी को कमेटी का चेयरमैन बनाया है।

स्कूल को किया गया सील 

दाखा के डीएसपी, PWD और सीनियर सेकेंडरी स्कूल की डीईओ को मेंबर बनाया है। संबंधित विभागों से रिकॉर्ड जुटाकर गहन जांच की जाएगी। बाकी ठेकेदार अनमोल पर जो भी बनती कार्रवाई होगी, जरूर की जाएगी। एसडीएम के अनुसार, बिल्डिंग के ऊपर जो ईंटें रखी गई थीं, वह बिल्कुल गलत रखी गई थीं। यदि वह ईंट वैसे भी किसी के सिर में लग जाती तो व्यक्ति की मौत हो सकती थी। छत पर को मलबा आदि उतारा हुआ था, वह भी भारी मात्रा में था, ऊपर से बारिश होने से लेंटर गिर गया। डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक ने कहा कि इस हादसे की निष्पक्षता से बिना किसी दबाव के जांच करवाई जा रही है। फिलहाल स्कूल को सील कर दिया गया है। घायल टीचरों की हालत स्थिर है।