पंजाबः संगरूर के बाद अब इस जगह जहरीली शराब से हुई मौ+ते, कई लोगों की हालत गंभीर, देखें वीडियो

पंजाबः संगरूर के बाद अब इस जगह जहरीली शराब से हुई मौ+ते, कई लोगों की हालत गंभीर, देखें वीडियो

बठिंडाः संगरूर के गांव गुज्जरां के बाद सुनाम में जहरीली शराब ने कहर बरपा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार 5 लोगों की मौत हो गई है और करीब एक दर्जन लोगों की हालत खराब है। जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि जहरीली शराब के जिस ब्रांड ने गुज्जरां में 8 जिंदगियों को लील लिया है, उसी ब्रांड की शराब ने सुनाम में कहर बरपाया है। मरने वालों में जखेपल निवासी ज्ञान सिंह के अलावा सुनाम टिब्बी रविदास पुरा निवासी लछा सिंह, गुरमीत सिंह, बुद्धू सिंह, लच्छा सिंह और दर्शन सिंह शामिल हैं। परमजीत सिंह, साड़ी सिंह, भोला सिंह, रविनाथ, बूटा सिंह, कर्मजीत सिंह, दर्शन सिंह, रफी नाथ, लछमन सिंह की हालत गंभीर है और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 

घटना की जानकारी मिलते ही डीएसपी मनदीप सिंह संधू अपनी टीमों के साथ टिब्बी रविदास पुरा बस्ती में पहुंचे। पुलिस ने चप्पे चप्पे की छानबीन की और इस दौरान उन्हें जहरीली शराब की कुछ बोतलें भी मिलीं हैं। इन बोतलों का ब्रांड, गुज्जरां में मिली शराब वाला ही बताया जा रहा है। डीएसपी मनदीप सिंह संधू ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। यहां काफी लोग बीमार हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी बस्ती में पहुंच गई हैं। इस दौरान मृतकों के परिजनों ने जहरीली शराब का धंधा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। मृतक गुरमीत सिंह के परिजनों ने कहा कि उन्हें योग्य मुआवजा व सरकारी नौकरी दें। सुनाम की टिब्बी रविदास पुरा बस्ती में शुक्रवार को अजीब सी खामोशी थी।

तंग गलियों में महिलाएं अपने घरों के बाहर खड़ी थीं जिनके चेहरों पर मायूसी थी। महिलाओं ने कहा कि यहां शराब का धंधा खुलेआम चल रहा है। सस्ती शराब देने का लालच देकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। महिलाओं ने कहा कि यहां दस, बीस व तीस रुपये में भी शराब मिल जाती है। गिलास में डालकर भी शराब दे दी जाती है। पीड़ित परिवारों की महिलाओं ने बताया कि जहरीली शराब का सेवन करने वालों को पिछले दो दिनों से आंखों से दिखाई नहीं देने और चक्कर आने की समस्या आ रही थी। गुरुवार से मौत होने का सिलसिला शुरू हो गया है। महिलाओं ने सरकार के विरोध में नारेबाजी की। साथ ही मांग की कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, पीड़ितों को मुआवजा व नौकरी दी जाए।