पंजाबः 13 पुलिस कर्मियों के हुई 5-5 साल की सजा, देखें वीडियो

पंजाबः 13 पुलिस कर्मियों के हुई 5-5 साल की सजा, देखें वीडियो

लुधियानाः जिला लुधियाना में डिवीजन नंबर 6 में तैनात रह चुके 13 पुलिस कर्मचारियों को कोर्ट ने 5-5 साल की सजा सुनाई है। पुलिस कर्मचारियों पर रिश्वत लेने का आरोप था। साल 2003 में शिकायतकर्ता स्वर्गीय बिट्‌टू चावला और सुभाष कैटी ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। एडिशनल सेशन जज डॉ. अजीत अत्री ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यह फैसला सुनाया। वहीं दोषियों ने खुद को बेकसूर बताया। उनका कहना है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील में जाएंगे। शिकायतकर्ता सुभाष कैटी ने बताया कि उन्होंने 14 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वत के मामले में FIR दर्ज करवाई थी। इस दौरान पुलिस ने भी उन पर झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया था।

हर पुलिस कर्मचारी पर 4 से 5 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप लगाए थे। बाकायदा उनकी वीडियोग्राफी तक कोर्ट में पेश की। इसके बाद कोर्ट ने दोषियों को सजा सुनाई है। सुभाष कैटी ने बताया कि 2003 के समय में वह और उनका दोस्त स्व. बिट्‌टू चावला लाटरी का काम करते थे। पुलिस कर्मचारी रोजाना उन्हें परेशान करते थे। उनसे पैसे भी लेते थे और बाद में तंग भी करते थे। इसी के चलते उन्होंने दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। पुलिस कर्मचारी जब उनसे पैसे लेते थे तो वह बकायदा वीडियो में रिकॉर्ड होते रहे। प्रत्येक पुलिस कर्मचारी 500 रुपए से लेकर 4 हजार तक रिश्वत लेते था।

सुभाष कैटी ने कहा कि एक एआईजी रैंक का अधिकारी है। उस अधिकारी को जब इस शिकायत के बारे में बताया गया तो उलटा उस अधिकारी ने उन्हें ही आरोपी बना दिया और मामले में नामजद कर दिया था। वह एआईजी स्तर का अधिकारी अदालत में आकर मुकर गया। कैटी ने आरोपी लगाया एसटीएफ के मौजूदा इंचार्ज हरबंस सिंह ने भी सीसीटीवी की रिकार्डिंग से भी छेड़़छाड़ कर दी थी। 20 साल के बाद आज इंसाफ उन्हें मिला है। सुभाष कैटी ने कहा कि उनके दोस्त बिट्‌टू चावला पर धक्केशाही से करीब 33 मामले दर्ज कर दिए थे। उसी की टेंशन में उनके दोस्त की मौत भी हो गई थी। पुलिस कर्मचारी आए दिन उनकी दुकान से लाटरी चलाने के लिए रिश्वत लेकर जाते रहे है।