पंजाब : गैंगस्टर डोगरा की गोलियां मारकर हत्या का मामला 

पंजाब : गैंगस्टर डोगरा की गोलियां मारकर हत्या का मामला 

हथियार और 4 गाडियों सहित 5 आरोपी गिरफ्तार

मोहाली : एयरपोर्ट रोड पर सेक्टर-67 सीपी-16 शॉपिंग मॉल के सामने जम्मू के गैंगस्टर राजेश डोगरा उर्फ मोहन की गोलियां मारकर हत्या करने वाले 5 बदमाशों को मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने 6 हथियार, 71 कारतूस और 4 गाड़ियां बरामद की हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जम्मू कश्मीर के रहने वाले अनिल उर्फ बिल्ला, यूपी के मेरठ के रहने वाले हरप्रीत सिंह उर्फ प्रीत, सतवीर सिंह उर्फ बब्बू, पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के रहने वाले संदीप सिंह उर्फ सोनी और जम्मू कश्मीर निवासी श्यामलाल के रूप में हुई है।

इन आरोपियों को मोहाली पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार किया है। एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि बदमाशों को पकड़ने के लिए डीएसपी गुरशर सिंह संधू की अगुआई में टीम बनाई गई थी।  मोहाली के एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि मृतक राजेश डोगरा के खिलाफ जम्मू कश्मीर में करीब 16 मामले दर्ज है जिसमें हत्या के केस भी शामिल है, वर्ष 2006 में उसने बकरा गैंग के मुखिया की हत्या की थी। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था और वह वर्ष 2023 में ही जेल से बाहर आया था।

बकरा गैंग के मुखिया की हत्या करने के बाद अगला मुखिया अनिल उर्फ बिल्ला को बना दिया गया। उसी का बदला लेने के लिए अनिल ने राजेश डोगरा की हत्या की प्लानिंग रची। आरोपी अनिल के खिलाफ हत्या के कुल 8 केस दर्ज हैं और वह जम्मू कश्मीर में प्रॉपर्टी का काम करता है। 

मृतक राजेश डोगरा ने अयोध्या के लिए जाना था लेकिन वह अपने दो दोस्तों के साथ मोहाली में आया था। जहां पर उनके तीसरे दोस्त संदीप सिंह राजा ने भी आना था। लेकिन संदीप ने राजेश डोगरा की लोकेशन बकरा गैंग के मुखिया अनिल को दे दी। इसके बाद उन्होंने मोहाली में आकर राजेश डोगरा की हत्या कर दी, पुलिस को अभी तक जांच में मौके से 19 कार्टेज बरामद हुए हैं जो अलग-अलग हथियार से चली गोली हैं। एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि आरोपियों के पास से जो हथियार मिले हैं उनमें कुछ लाइसेंसी हथियार भी हैं। जिनका एड्रेस जम्मू कश्मीर का है लेकिन जांच करने पर पता चला कि वह एड्रेस जाली है और इसी तरह चंडीगढ़ का नंबर जिस इनोवा गाड़ी पर लगा हुआ था जांच करने पर उसका एड्रेस भी जाली निकला।
एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि इस मामले में कुल 8 शूटर थे। जिनमें से 3 अभी भी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपी अनिल ने उत्तराखंड, पंजाब, जम्मू, और हरियाणा से शूटर हायर किए हुए थे। शूटर को पैसे और हथियार खरीदने के लिए एक करोड़ पैसे ज्यादा खर्च किया गया। आरोपी हत्या करने से एक दिन पहले ही मोहाली में पहुंच चुके थे। मोहाली पुलिस जांच कर रही है कि मोहाली कि किसने उनका साथ दिया था।