कपूरथलाः रेल कोच फैक्ट्री में बारिश में खराब हुआ लाखों का सामान! प्रबंधन की कारगुजारी पर उठने लगे सवाल, वीडियो वायरल

कपूरथलाः रेल कोच फैक्ट्री में बारिश में खराब हुआ लाखों का सामान! प्रबंधन की कारगुजारी पर उठने लगे सवाल, वीडियो वायरल

कपूरथलाः देश की मशहूर रेल डिब्बा बनाने वाली कपूरथला रेल कोच फैक्टरी(आरसीएफ) जहां बढ़िया और आधुनिक रेल डिब्बे बनाने के लिए मशहूर है। वही आरसीएफ से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें प्रबंधन की कारगुजारी पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। इस वीडियो में बारिश के चलते वर्कशॉप की शैड के नीचे पड़ा लाखों रुपये का सामान मूसलाधार बारिश में भीगता हुआ दिख रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो बुधवार देर शाम हुई बारिश के दौरान किसी ने बनाकर वायरल की है।

हाल ही में कालका-शिमला स्विस पैनारोमिक कोच बनाकर वाहवाही बटोरनी वाली आरसीएफ के वर्कशॉप में शैड होने के बावजूद वर्कशॉप में पड़ा लाखों रुपये का सामान बारिश के पानी से खराब हो गया है। हालांकि आरसीएफ के पीआरओ जितेश कुमार ने स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि बारिश अधिक होने की वजह से वर्कशॉप का शैड लीक हो गए थे। वैसे भी यह सामान कवर किया हुआ था, इसलिए कोई अधिक नुकसान नहीं हुआ है।  

बारिश में भीगते सामान की वीडियो वायरल होने के साथ-साथ  आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के सदस्यों ने गुरुवार को जीएम आरसीएफ को एक पत्र लिख कर कारखाने के बिगड़ते हालात के बारे में जानकारी दी है। जिसमें उन्होंने शैल शॉप, कार्पेंट्री शॉप, न्यू मॉडल फर्निशिंग शॉप, पेंट शॉप, एवं शॉप नं. 1 से 8 तक की छतों से बहने वाले बरसाती पानी के कारण कीमती मशीनें, निर्माणाधीन कोच, कोच में उपयोग होने वाला मैटीरियल आदि का नुकसान होने का जिक्र है। इसके अतिरिक्त बिजली के बोर्ड पर सीधा पानी पड़ने से करंट का खतरा, आग लगने का अंदेशा और कोई दुर्घटना की संभावना भी जताई गई है।

आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के सदस्यों ने मांग की है कि पहले सभी शॉप की छतों को रिपेयरिंग के ठेके का रिव्यू किया जाए।  सभी शॉप की सुरक्षा तथा कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि आरसीएफ को नुकसान बचाया जा सके। पीआरओ जितेश कुमार ने कहा कि वायरल वीडियो फर्नीशिंग शाप की है। शाप्स की छतों पर रेन वाटर गटर लगे हैं, लेकिन अधिक बारिश की वजह से गटर ओवरफ्लो होने से शैड लीक हुए हैं। सिविल विभाग इसकी जांच कर रहा है, जिससे भविष्य म़े ऐसे हालात न बने।