जालंधरः हाई प्रोफाइल ड्रग केस में राजा कंदोला हुआ बरी

जालंधरः हाई प्रोफाइल ड्रग केस में राजा कंदोला हुआ बरी

जालंधर, ENS: हाईप्रोफइल ड्रग केस के काबू किए गए राजा कंदोला को लेकर आज स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान माननीय जज ने ड्रग केस में शामिल राजा कंदौला को बरी कर दिया है। मामले की जानकारी देते हुए सीनियर एडवोकेट मंदीप सचदेवा ने बताया कि इस्पेंक्टर इंद्रजीत सिंह ने 14 किलो हेरोइन के मामले राजा कंदौला को काबू किया था। मनदीप सचदेवा ने बताया कि पुलिस ने राजा कंदौला 3 हजार करोड़ रुपए की आइस का केस डाला था।

एडवोकेट मनदीप सचदेवा ने बताया कि कोर्ट में पुलिस आइस की बरामदगी नहीं दिखा पाई। पुलिस ने जो 14 किलो हेरोइन बरामद की थी, उसे भी पुलिस ने नवांशहर के पास एक घर से बरामद किया था। इस मामले में पुलिस ने बताया था कि उन्होंने यह बरामदगी राजा कंदौला के घर से बरामद की है। जबकि जांच में साबित हुआ कि वह घर राजा कंदौला का नहीं था। मनदीप सचदेवा ने बताया कि आज स्पेशल कोर्ट में इस केस की सुनवाई के बाद पाया गया कि राजा कंदौला के खिलाफ पुलिस के पास कोई सबूत नहीं है, जिसे लेकर माननीय जज ने राजा कंदौला को बरी कर दिया।

मिली जानकारी के अनुसार करीब 11 साल पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली के सब्जी मंडी स्टेशन से फरार हुआ रंजीत सिंह उर्फ राजा कंदोला को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस के साथ जालंधर पुलिस ने इनपुट शेयर किए थे। केस में राजा कंदोला का ड्राइवर सुखजिंदर सिंह उर्फ कमांडो भी गिरफ्तार हुआ था। उसे भी कोर्ट ने बरी कर दिया है। बता दें कि मामला 2 जून 2012 को थाना गढ़शंकर (जिला होशियारपुर) में ड्रग तस्करी के आरोपों में गिरफ्तार बर्खास्त इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह के बयान पर केस दर्ज हुआ था।

केस में उस वक्त आई-20 कार व इंडिका कार में आए अमनदीप सिंह, हरजिंद्र सिंह उर्फ राजिंद्र जिनसे 50 ग्राम हेरोइन, बाइक पर आए जतिंद्र कुमार से 200 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी। वहीं सुखविंद्र सिंह, हरकमलजीत सिंह उर्फ रूपा को भी गिरफ्तार किया गया था। दोनों कारों से 34 किलो आइस बनाने वाला नशीला पदार्थ (एफ्टीमाइन) बरामद हुआ था जिसमें इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह, सीआईए इंचार्ज अंग्रेज सिंह व सतीश बाठ भी थे। जांच में आरोपियों ने कहा था कि ड्रग उनको राजा कंदोला ने दी है, जो सिंथेटिक ड्रग का कारोबार करता है। पुलिस ने राजा कंदोला को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में आईजी गुरप्रीत दियो से लेकर तत्कालीन डीजीपी ने वाहवाही लूटी थी। दरअसल, एनडीपीएस केस में सीधी रिकवरी राजा कंदोला व उसकी गर्लफ्रेंड वान्या से नहीं हुई थी।