जालंधरः  बैड बॉक्स से मिली व्यक्ति की ला+श को लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही आई सामने

जालंधरः  बैड बॉक्स से मिली व्यक्ति की ला+श को लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही आई सामने

जांच में हुआ खुलासाः शव मृतक नकुल का नहीं रिटायर आर्मी ऑफिसर का निकला

जालंधर, ENS: गदईपुर में दो दिन पहले घर के बैड बॉक्स से व्यक्ति की लाश मिलने का मामला सामने आया था। इस दौरान पुलिस ने प्रेस वार्ता करके बताया कि मृतक की पहचान विनोद उर्फ नकुल के रुप में हुई है। इस मामले में पुलिस ने महिला सहित एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। लेकिन बैड से मिले शव को लेकर आज उस समय चौकाने वाला खुलासा हुआ, जब फौजी लापता हुए रिटायर आर्मी ऑफिसर को ढूढंते हुए उक्त घर तक पहुंचे। दरअसल, रिटायर आर्मी ऑफिसर की लोकेशन इस घर की कर्मियों को मिली थी। इस दौरान जांच में पता चला है कि गदईपुर में स्थित घर में मिले बाक्स बेंड में विनोद उर्फ नकुल का नहीं शव नहीं था बल्कि बरनाला के रहने वाले रिटायर आर्मी आफिसर योगराज खत्री का था।

बता दें कि इस बात खुलासा तब हुआ जब रिटायर आर्मी आफिसर के परिजनों की लापता होने की शिकायत पर पुलिस ने उसकी आखिरी लोकेशन निकलवायी तो वह गदईपुर पुर की मिली। बरनाला पुलिस और योगराज के रिश्तेदार गदईपुर पहुंचे तो उन्होंने गदईपुर मार्कीट के दुकानदारों को योगराज की तस्वीरें दिखाई तो पता लगा कि कुछ दिन पहले इसी व्यक्ति को उन्होंने हत्या के केस में पकड़ी हिमाचली देवी के साथ देखा था और तब योगराज ने टोपी भी पहनी हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने सिविल अस्पताल ले जाकर गदईपुर में हिमाचली के घर से मिले शव की पहचान करवानी को पता चला कि शव आर्मी आफिसर योगराज खत्री का है और इस बात से पुलिस भी दंग रह गई कि हिमाचली ने पुलिस को गुमराह किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिमाचली देवी ने हत्या से पहले गदईपुर स्थित कई दुकानों से करीब 30 किलो से ज्यादा नमक खरीदा।

जिससे हत्या के बाद लाश गलाई जा सके और बदबू न आए। मगर, ऐसा कुछ नहीं हुआ और बदबू आने लगी। जिससे हिमाचली देवी की सारी प्लानिंग धरी की धरी रह गई। अभी यह खुलासा नहीं हो पाया है कि हिमाचली देवी ने योगराज की हत्या क्यों की। दरअसल, हिमाचली ने मृतक का नाम झूठा बताया था और शव जिस विनोद कुमार नकुल का बताया गया वह उसके तथा कथित पति के सगे भाई का नाम है और वह जिंदा है। थाना 8 के प्रभारी गुरमीत सिंह ने कहा अब टैक्निकल एवीडेंस से जांच की जाएगी। हिमाचली व सनोज रिमांड अधीन हैं और हिमाचली से यह पूछताछ होगी कि उसने योगराज खत्री की हत्या क्यों की और उसने पुलिस से झूठ क्यों बोला। हैरानी की बात यह है कि इस मामले को लेकर पुलिस द्वारा फारेंसिक टीम और स्क्वाड डॉग को बुलाकर जांच की गई थी। लेकिन जांच के दौरान इस मामले को लेकर पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अब देखना यह होगा कि इस मामले को लेकर उच्च अधिकारी क्या कार्रवाई करते है।