कुटलैहड़ में अवैध कटान की जांच विजिलेंस से हो- कंवर

कुटलैहड़ में अवैध कटान की जांच विजिलेंस से हो- कंवर
ऊना/सुशील पंडित : कुटलैहड़ में इस वक्त अभूतपूर्व अवैध कटान जारी है। जंगलों के जंगल वनकाटुओं के आरों की भेंट चढ़ रहे हैं। मामले का संज्ञान लेते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री विरेंद्र कंवर ने भी अब विजिलेंस जांच की सिफारिश की है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को हस्तक्षेप करने को कहा है। पिछले दिनों बंगाणा के कुछ इलाकों में अवैध कटान के मामले सामने आने के बाद जांच को दबा दिया गया था। कंवर ने चराड़ा गांव में हुए कटान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 
ग्राम पंचायत के उप प्रधान द्वारा जंगलात विभाग को सूचना दी गई और विभाग ने खैर के 72 मोछे भी पकड़ लिए। मगर विभाग अब वनकाटुओं को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहा है। बंगाणा के मुच्छाली ,चराड़ा, रायपुर बल्ह, बढ़वार, लाठियाणी, अरलू जैसे दर्जनों गांवों में रोजाना जंगल साफ किए जा रहे हैं। विभाग अवैध कटान करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस कटान की विजिलेंस जांच की जानी चाहिए ताकि वनों को काटने वालों पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने कहा कि जब बाड़ ही खेत को खाना शुरू कर दे तो उसे कौन बचाएगा। उन्होंने कहा कि जनवरी से लेकर मार्च तक कुटलैहड़ के अधिकतर जंगल खाली हो चुके हैं।

रेंज अफसर ने लकड़ी जब्त कर ली है- डीएफओ

डीएफओ ऊना सुशील राणा ने बताया कि हमें 27 मार्च की आधी रात को सूचना मिली थी कि चराड़ा गांव में खैर का अवैध कटान हुआ है। मौके पर पहुंचे हमारे अधिकारियों को गांव निवासी अश्वनी और उप प्रधान अरुण मनकोटिया ने मौके पर ले जाकर खैर के 72 मोच्छे बरामद करवाए। यह लकड़ी गांव के ही रहने वाले संजय कुमार के घर के पाए गए हैं। हालांकि संजय कुमार हमें मौके पर नहीं मिल पाया था। रेंज अफसर ने सारी लकड़ी बंगाणा रेंज में रखवा दी है। पुलिस को दी गई रिपोर्ट में सारे तथ्य विस्तार से बताए गए हैं। हमारी जानकारी के अनुसार पुलिस ने रिपोर्ट तो बना दी है लेकिन एफआईआर करनी शेष है। जहां तक रायपुर मैदान का मामला है वह किसी कि निजी भूमि थी और उन्होंने पेड़ों की पैमाइश भी करवा दी थी। उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं बनती।