बांस का टूथब्रश, लैंपशेड, फूलदान व अन्य सजावटी सामग्री बनी ऊना की पंसद

बांस का टूथब्रश, लैंपशेड, फूलदान व अन्य सजावटी सामग्री बनी ऊना की पंसद

ऊना एमसी पार्क में लगी सोमभद्रा उत्पादों की प्रदर्शनी पर जमकर हो रही खरीददारी, 9 जून तक चलेगा मेला

ऊना/सुशील पंडित: तीन जून से ऊना के एमसी पार्क में शुरू हुई सोमभद्रा उत्पादों की प्रदर्शनी में बांस के बने उत्पाद लोगों को खूब लुभा रहे हैं। यहां पर बांस से बने 18 अलग-अलग उत्पाद रखे गए हैं, जिनमें बांस का टूथब्रश, लैंपशेड, फूलदान, लैंपशेड, वूफर सहित अन्य सामग्री बिक्री के लिए रखी गई है। लोगों में विशेष रूप से बांस के टूथब्रश की अत्याधिक मांग है। बंगाणा के जागृति स्वयं सहायता समूह ने बांस के उत्पाद तैयार कर बिक्री के लिए मेले में रखे हैं। 

जागृति स्वयं सहायता समूह से जुड़े अजय कहते हैं "हमारे स्वयं सहायता समूह के साथ काफी महिलाएं जुड़ी हैं, जो बांस के विभिन्न उत्पाद बनाने का कार्य करती हैं। ग्रामीण विकास विभाग ने हमें उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग दी गई है और समूह के सभी सदस्य सारा काम स्वयं करते हैं। ऊना में लगी प्रदर्शनी में लोग बांस के उत्पादों में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं और हमारे उत्पादों की खूब बिक्री हो रही है।"

ऊना एमसी पार्क में लगा सोमभद्रा उत्पादों का मेला 9 जून तक चलेगा, जिसमें शुरूआती तीन दिनों में लगभग 35 हजार रुपए के सामान की बिक्री हुई है। प्रदर्शनी के संबंध में उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाता है, ताकि ग्रुप से जुड़कर इसके सदस्य लाभ कमा सकें। जिला प्रशासन एनआरएलएम से जुड़े स्वयं सहायता समूहों को उपयुक्त मंच प्रदान करने के लिए प्रदर्शनियों का आयोजन निरंतर करता है तथा आगे भी ऐसे प्रयास जारी रहेंगे, ताकि स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न आए। उन्होंने कहा कि जिला ऊना के समूहों के उत्पादों में एकरूपता लाने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए इन्हें सोमभद्रा नाम दिया गया है, ताकि बाजार में इनकी अलग पहचान हो। जिला प्रशासन के इस प्रयास के अच्छे परिणाम आए हैं और समूहों की आय में बढ़ौतरी हो रही है। 

वहीं ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है। आगामी एक वर्ष के लिए ग्रामीण विकास विभाग के तहत बने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत कवर किया जा रहा है, जिसका प्रीमियम प्रदेश सरकार अदा कर रही है। वहीं प्रदेश सरकार ने प्रत्येक स्वयं सहायता समूहों को 25 हजार रुपए की एक मुश्त राशि रिवॉल्विंग फंड में देने का फैसला किया है, जिससे प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों को 25 करोड़ मिलेंगे।