बद्दी में शुरू हुई श्रीमद भागवत कथा 

बद्दी में शुरू हुई श्रीमद भागवत कथा 

कथा के श्रवण मात्र से मृत्यु के भय से मुक्त होता है मनुष्य- शैल

बद्दी/सचिन बैंसल: बद्दी के प्राचीन शिव मंदिर में श्रीमद भागवत कथा शुरू हो गई है। पंडित प्रकाश चंद शैल ने पहले दिन भागवत के महत्व को बताया। उन्होंने बताया कि इस कथा के सुनने मात्र से मनुष्य मृत्यु के भय से मुक्त हो जाता है। राजा परीक्षित को जब यह पता चला कि सात दिन के भीतर उसे सांप डंस लेगा तो उन्होंने इसके भय से बचने के लिए शुकदेव मुनि से उपाय पूछा जिस पर श्रीमदभागवत कथा का बारे में बताया। तभी से श्रीमदभागवत कथा का प्रचलन हुआ। कथा शुरू होने से पहले बद्दी में कलश यात्रा निकाली गई।

जिसमें बद्दी की नीलम कौशल, मोनिका कौशल, शुकतला देवी, नीलम कुमारी, सुनिता देवी, कौशल्या देवी, सरोज देवी, लीला देवी के नेतृत्व में बद्दी गांव की महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। यात्रा बद्दी शिव मंदिर परिसर से शुरू हुई और वहां से बद्दी साई मार्ग होते हुए पानी की टैंकी से बद्दी गांव से होते हुए वापस शिव मंदिर में समाप्त हुई। 25 अप्रैल को कथा समाप्त हुई। इस दिन भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर लीला देवी, राम मूर्ति. सरोज, दीपक ठाकुर समेत गणमान्य लोग उपिस्थत हुए।