महाशिवरात्रि पर इस बार बन रहा है अद्भुत संयोग

महाशिवरात्रि पर इस बार बन रहा है अद्भुत संयोग

नई दिल्ली : हिंदू धर्म में हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इसदिन देवों के देव महादेव की पूजा-आराधना का बड़ा महत्व है। महाशिवरात्रि का पर्व इस बार 8 मार्च दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि तिथि के दिन भगवान शिव और जगत जननी माता पार्वती का विवाह हुआ था। आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले भक्तों के लिए यह व्रत बहुत महत्व रखता है। इस बार महाशिवरात्रि पर त्रयोदशी वृद्धा चतुर्दशी तिथि का संयोग है। इसमें त्रयोदशी तिथि या प्रदोष व्रत का आरंभ करना बहुत शुभ रहता है। अगर आप पहली बार महाशिवरात्रि का व्रत करने जा रहे हैं तो यह संयोग बेहद कल्याणाकारी रहेगा।

भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है और धन धान्य, सुख समृद्धि में वृद्धि रहती है। महाशिवरात्रि पर बन रहे इस दुर्लभ संयोग के बारे में जानते है। महाशिवरात्रि पर शिव योग का शुभ संयोग बन रहा है। अगर आप प्रदोष तिथि या चतुर्दशी तिथि का व्रत का आरंभ करना चाहते हैं तो शिव योग का उत्तम फल मिलेगा। शिव योग तंत्र या वामयोग भी कहा जाता है। शिव का अर्थ है अनंत और योग का मतलब है जुड़ना अर्थात उन अनंत से जुड़ने को शिव योग कहते हैं। इसलिए इस योग में प्रदोष तिथि या चतुर्दशी तिथि का व्रत का आरंभ करने से सभी परेशानियां दूर होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

शिव योग को शिवकृपा के लिए उत्तम योग माना गया है। महाशिवरात्रि पर इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। अगर प्रदोष तिथि या चतुर्दशी तिथि का व्रत का आरंभ करना चाहते हैं सर्वार्थ सिद्धि योग शुभ फल प्राप्त होता है। मान्यता है कि इस योग में किया गया कोई भी कार्य निश्चित रूप से सफल होता है। इस योग में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। इसलिए अगर आप प्रदोष तिथि या चतुर्दशी तिथि का व्रत का आरंभ करना चाहते हैं तो यह योग आपके हर कष्ट को हर लेगा। साथ ही आप जिस उद्देश्य से व्रत रखते हैं उसमें सफलता पाएंगे।