पंजाबः महिला ने सरपंच और थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप, देखें वीडियो

पंजाबः महिला ने सरपंच और थाना प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप, देखें वीडियो

मुकरियां/सोनू थापरः हाजीपुर के एसएचयू और गांव मावा के सरपंच के खिलाफ एक मामला सामने आया था। जिसमें गांव मावा की बिमला देवी नाम की एक महिला की  तरफ से आरोप लगाया गया था। दरअसल, बिमला देवी ने गांव मावा बाठां के सरपंच बलविंदर सिंह विर्क और हाजीपुर की थाना प्रभारी अमरजीत कौर के खिलाफ आरोप लगाया कि गांव के सरपंच जबरदस्ती उनकी जमीन से हटने का दबाव बना रहे हैं। महिला का कहना है कि हमारी तरफ से शिकायत दर्ज करवाई गई थी। जिसके बाद हाजीपुर थाने में मामला भी दर्ज किया गया था। परंतु पुलिस ने हमारे ही खिलाफ कार्रवाई कर दी। महिला का कहना है कि हम अपनी संपत्ति में रहते हैं और सरपंच ने हमें जबरन हमारे घर से निकालने की धमकी दी थी। दूसरी ओर इस मामले को लेकर जब सरपंच मावा बाठां से बात की गई तो सरपंच सहित वहां की पंचायत और ग्रामीणों ने महिला पर आरोप लगाते हुए बताया कि इस मां के चार बेटे और चार पोते हैं। जोकि बिना किसी कारण पंचायत को परेशान कर रहे हैं। सरपंच बलविंदर सिंह ने कहा कि उनके पास जसविंदर सिंह पुत्र रतन सिंह का एक सड़क के संबंध में आवेदन प्राप्त हुआ। जिसके बाद वह गांव के कुछ प्रमुख लोगों के साथ मौका देखने गया।

इस दौरान वह सरकारी गली में खड़ा ही था कि इस मौके पर महिला की बहू और महिला का पोता रमनदीप भी आ गया। उसने पंचायत के साथ गाली गलौज शुरू कर दी। इस दौरान एक अमृतधारी सिख की दाढ़ी खींचने की कोशिश की, लेकिन पंचायत ने खुद को बचाने के लिए वापस आना उचित समझा। उसके बाद पचयंत द्वारा एक लिखित रिपोर्ट थाने हाजीपुर में दी गई थी। वहीं इस मामले को लेकर एसआई गुरदीप सिंह द्वारा जांच की गई। जिसके बाद उक्त महिला बिमला देवी की बहू और पोते के खिलाफ अपराध निवारण आदेश 50-1-16 लगाया गया। उसके बाद इस पक्ष की ओर से पंचायत के खिलाफ थाना हाजीपुर में झूठा आवेदन दिया गया। सरपंच का कहना है कि जांच में महिला द्वारा लगाए गए सब आरोप झूठे निकले। उन्होंने बताया कि यह परिवार जिस स्थान पर रहता है वह लाल चाट के अंदर है और यह पंचायत का स्थान है, वहां पर सरकारी सड़कें गुजरती हैं। उन्होंने कहा कि यह परिवार अवैध अतिक्रमण के कारण सड़क पर अतिक्रमण कर रहे हैं। जिसके सभी प्रमाण उनके पास हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास जमीन के मालिकाना हक का कोई सबूत है तो वे प्रशासन पुलिस और मीडिया के सामने रखें। सरपंच का आरोप है कि उक्त महिला सहित उसके परिजन जानबूझकर पंचायत और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं। सरपंच बलविंदर सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले के पीछे एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी मनोहर सिंह है जो खुद को पूर्व विजिलेंस डीएसपी बताता है। हाल ही में उसने यहां मकान खरीदा है और फार्म हाउस बनाया है। वह शख्स इन लोगों को उलझाकर यह काम कर रहा है। हाल ही में इन लोगों पर वन विभाग द्वारा खैर की अवैध कटाई का मामला भी दर्ज किया गया था। जिसके कारण पूर्व डीजीपी ने विभाग पर दबाव डाला और मामला वापस ले लिया।

सरपंच बलविंदर सिंह व ग्रामीणों ने बताया कि जो भी विमला देवी के लड़कों के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है तो इन्हीं लोगों द्वारा या उसे धमकी देकर चुप करा दिया जाता है या उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी जाती है। सरपंच बलविंदर सिंह ने कहा कि वे लोग इस बात को साबित नहीं कर सकते कि जमीन उनकी है। उन्होंने पंजाब सरकार माननीय एसएसपी होशियारपुर, डीसी होशियारपुर, पंचायत मंत्री सरदार कुलदीप सिंह  धालीवाल से गुहार लगाई है कि उन्हें इस परिवार से खतरा है। वह इसके लिए कुछ भी कर सकते हैं। पंचायत के ग्रामीणों द्वारा मामले की जांच जांच करने की गुहार लगाई है। पंचायत द्वारा कहा गया कि इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।