जालंधरः मोहल्ले में खोले शराब ठेके को लेकर लोगों का फूटा गुस्सा, एक्साइज इंस्पेक्टर ने भागकर बचाई जान

पुलिस बनी मूकदर्शक, सरेआम हुई गुंडागर्दी

जालंधरः मोहल्ले में खोले शराब ठेके को लेकर लोगों का फूटा गुस्सा, एक्साइज इंस्पेक्टर ने भागकर बचाई जान
जालंधरः मोहल्ले में खोले शराब ठेके को लेकर लोगों का फूटा गुस्सा

पुलिस बनी मूकदर्शक, सरेआम हुई गुंडागर्दी

जालंधर, (वरुण/हर्ष): पंजाब सरकार द्वारा नई एक्साइज पॉलिसी के तहत हर गली मोहल्ले में खोले जा रहे शराब के ठेकों का लोगों ने विरोध करना शुरु कर दिया है। वहीं आज मॉडल हाउस में खोले गए शराब के ठेके को लेकर लोगों ने जमकर विरोध किया। खोले गए शराब के ठेके को लेकर लोगों ने पहले स्थानीय कांग्रेस पार्षद राजीव टिक्का के नेतृत्व में ठेके के बाहर धरना लगाकर उसे बंद करवाया। इस दौरान मौके पर एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर रमन भगत की लोगों के साथ कहासुनी हुई, जिसके बाद वहां पर माहौल गरमा गया।

लोगों ने एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर पर लगाए धक्केशाही के आरोप

ठेके को लेकर लोगों ने ठेका संचालकों और एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर पर आरोप धक्केशाही के आरोप लगाए। इस दौरान एक्साइज विभाग के कर्मचारियों और लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। माहौल इतना गरमा गया कि स्थानीय लोगों ने एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर को गालियां निकालनी शुरु कर दी। जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने एक्साइज इंस्पेक्टर को बमुश्किल कवर किया। इसके बाद इंस्पेक्टर को विभाग की गाड़ी तक पहुंचाया गया। लेकिन पीछे से ठेके के संचालकों के साथ भीड़ मारपीट करती हुई आई। जिसे देखकर एक्साइज विभाग का इंस्पेक्टर मौके से भाग गया। इस मामले दौरान उनके गनमैन भी वहीं छूट गए। 

लोगों ने ठेका संचालक के साथ-साथ बाउंसरों की भी जमकर की धुनाई 

ठेके के संचालकों के साथ-साथ जो बाउंसर साथ आए थे भीड़ ने उनकी भी जमकर धुनाई कर दी। इस दौरान एक व्यक्ति को तो लोगों ने नीचे सड़क पर ही गिरा दिया। जिसके बाद लोगों ने उसकी लात-घूंसों के साथ जमकर पिटाई की। इस दौरान ठेका खुलवाने आए एक्साइज विभाग के अधिकारी और ठेका संचालकों सहित सभी अपनी गाड़ियों को मौके पर छोड़कर बाजार के रास्ते से पैदल ही भाग निकले।

पुलिस बनी मूकदर्शक, सरेआम हुई गुंडागर्दी

इस घटना से जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ती देखने को मिली है। यदि पुलिस की मौजूदगी में ऑन ड्यूटी सरकारी अफसर हमला हो सकता है तो शहर के क्राइम का ग्राफ कहां तक जा सकता है इसका अनुमान आप इस घटना से लगा सकते है। यदि एक्साइज इंस्पेक्टर और ठेका संचालक भागकर अपनी जान नहीं बचाते तो बड़ी घटना घट सकती है।