9 जून को जंतर-मंतर पर नहीं जुटेंगे किसान, जानें मामला

9 जून को जंतर-मंतर पर नहीं जुटेंगे किसान, जानें मामला

नई दिल्लीः पहलवानों के समर्थन में 9 जून को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन का ऐलान करने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने फिलहाल अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि पहलावानों के कहने पर ही कार्यक्रम रद्द किया गया है। टिकैत ने कहा कि पहलवानों की अभी सरकार और गृहमंत्री से बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि पहलवान आने वाले दिनों में आगे जो तारीख देंगे हम उसमें उनका समर्थन जरूर करेंगे। साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के रेलवे की नौकरी पर वापस लौटने पर टिप्पणी करते हुए किसान नेता टिकैत ने कहा कि नौकरी पर जाना आंदोलन से वापस होना नहीं है।

बता दें कि 5 जून, सोमवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया इस आंदोलन से पीछे हट गए हैं। हालांकि पहलवानों ने तुरंत ही इस खबर का खंडन किया। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जारी लड़ाई से पीछे हटने की खबरों पर बजरंग ने कहा, आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफ़वाह हैं। ये खबरें हमें नुक़सान पहुँचाने के लिए फैलाई जा रही हैं। हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापस लिया है। महिला पहलवानों की एफआईआर उठाने की खबर भी झूठी है। इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी। 

इससे पहले साक्षी मलिक ने भी खबरों पर स्पष्टीकरण दिया था। साक्षी ने कहा, "इंसाफ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।" बता दें कि इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस मंगलवार, 6 जून को  बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के उत्तर प्रदेश के गोंडा आवास पर पहुंची और पूछताछ की। इस संबंध में करीब 12 लोगों से बयान दर्ज किए गए हैं।  दिल्ली पुलिस ने मौके पर जाकर बयान देने वाले लोगों के नाम, पता और पहचान पत्र जुटाए हैं। यौन उत्पीड़न केस में अन्य साक्ष्य जुटाने के लिए ये कार्रवाई की गई है। पुलिस ने उनके आवास में स्थित कर्मचारियों और समर्थकों से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाने की कोशिश की है।