21 मई के टैस्ट के बाद सुंदरनगर तकनीकी संस्थान के तहत होगी काऊंसलिंग

21 मई के टैस्ट के बाद सुंदरनगर तकनीकी संस्थान के तहत होगी काऊंसलिंग

भटौली कलां टूल रुम में ग्रामीणों के साथ बैठक कर दी महत्वपूर्ण जानकारी

तीन साल के डिप्लोमा इन मैकेनिकल के लिए युवा ले सकते हैं प्रयास

सूक्ष्म कोर्स की एडमिशन बददी में ही मिल जाएगी

बददी /सचिन बैंसल: बददी के निकट भटौली कलां में स्थापित किए गए एमएसएमई टैकनोलोजी सैंटर में एडमिशन का सिलसिला शुरु हो गया है। सैंटर ने बददी, भटौली कलां व काठा के ग्रामीणों के साथ बैठक करके उनको टूल रुम की जानकारी दी वहीं प्रदेश के बच्चों के कोर्स संबधी चर्चा की ताकि पूरे हिमाचल व बीबीएन को इसका  लाभ मिल सके। इसमें केंद्र सरकार की ओर से तीन वर्षीय डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शुरुआत की गई है जो जिसके लिए योग्यता 10वीं और 12वीं होगा। आज शैक्षणिक विंग के प्रभारी सुखमन सिंह ने बताया कि सरकार ने यह एमएसएमई टैकनोलोजी सैंटर केंद्र सरकार ने 120 करोड रुपये से स्थापित किया है जिसका मुख्य उदेश्य उद्योगों की डाई संबधी जरुरंतें पूरी करना है वहीं उनके हिसाब से वर्कर भी तैयार करना है।

इसमें तीन साल के डिप्लोमा के लिए 21 मई को टैस्ट रखा गया है और उसके बाद सुंदरनगर में तकनीकी विवि के तहत काऊंसलिंग होगी। इसके अलावा यहां पर आधा दर्जन छोटे छोटे कोर्स छात्रों को करवाएंगे जाएंगे ताकि प्रशिक्षित होकर वह जीविकोपार्जन कर कर सके। यहां पर 100 बीघा से ज्यादा नदी किनार पहाडों की हसीन व सुरम्य वादियों में इसकी स्थापना की गई है। प्रकृति की गोद में यह टैकनोलोजी सैंटर किसी विश्वविद्यालय की तरह नजर आता है। शैक्षणिक प्रभारी सुखमन सिंह ने बताया कि डिप्लोमा की पढाई के दौरान लडकों व लडकियों के लिए अलग अलग छात्रावास स्थापित किए गए हैं व एक कैंटीन स्थापित की गई है। छात्रों को पढ़ाई के दौरान समस्त सुविधाएं एक ही परिसर में मिलेंगी। केंद्र सरकार की नीति के अनुसार एससी/एसटी छात्रों के लिए जहां सीटों में आरक्षण होगा वहीं कैंटीन व हास्टल में विशेष छूट दी जा रही है। उन्होने बताया कि संस्थान की समस्त जानकारी वैवसाईट पर दे दी गई है और किसी भी कार्यदिवस में छात्र हमसे फोन पर भी कोई भी जानकारी ले सकते हैं। इन लोगों के साथ हुई बैठक: आज प्रथम बैठक में नगर परिषद वाइेस चेयरमैन मान सिंह मैहता, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एनयूजे इंडिया रणेश राणा, सामाजिक कार्यकर्ता गुरमेल सिंह चौधरी, जोगा सिंह चौधरी, राजेंद्र सिंह चौधरी व परमजीत सिंह भी उपस्थित थे।