विजीलेंस ब्यूरो ने नायब तहसीलदार को किया गिरफ्तार, जाने मामला
श्री आनन्दपुर: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाई गई मुहिम के तहत तहसील श्री आनन्दपुर साहिब में तैनात नायब तहसीलदार रघुबीर सिंह को गिरफ़्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलीभुगत करके सरकारी खजाने को 48 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। दरअसल, जि़ला रूपनगर के गांव करूरा में 54 एकड़ ग़ैर-मुमकिन पहाड़ की सरकार को अधिक कीमत पर रजिस्ट्री करवाई है, जो कलैक्टर रेट पर होनी चाहिए थी। विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि थाना नूरपुरबेदी में नायब तहसीलदार रघुबीर सिंह और कुछ अन्य व्यक्तियों के खि़लाफ़ मामला दर्ज हुआ था, जिसकी जांच विजीलैंस द्वारा की जा रही है। अधिक विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि गाँव करूरा, श्री आनन्दपुर साहिब में गैर-मुमकिन पहाड़, नदी, टिब्बा, चौ, चंगर टिब्बा, दरार आदि किस्म का 54 एकड़ क्षेत्रफल गांववासियों के नाम था, जिसे पंजाब राज्य जंगलात कॉर्पोरेशन एसएएस नगर द्वारा खऱीदे जाने का प्रस्ताव था।
ज़मीन की जांच करने के लिए एक कमेटी बनाई गई, जिसमें वन मंडल अफ़सर रूपनगर अमित चौहान, रीजनल मैनेजर मोहाली जुगराज सिंह, हलका पटवारी नुमायंदा दफ़्तर एसडीएम श्री आनन्दपुर साहिब अमरजीत सिंह, रेंज अफ़सर ब्लॉक नूरपुरबेदी जसपाल सिंह, वन गार्ड नरिन्दर सिंह एवं राजेश कुमार, सरपंच रामपाल सिंह और योगेश कुमार बतौर कमेटी मैंबर शामिल थे। प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य व्यक्तियों दलजीत सिंह भिंडर और अमरिन्दर सिंह भिंडर द्वारा एक साजि़श के तहत मिलीभुगत करके कलैक्टर रेट 90,000 रुपए वाली ज़मीन पंजाब जंगलात कॉर्पोरेशन लिमिटेड को 9,90,000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से बेच दी।
मुलजिमों ने मिलीभुगत करके सरकारी खजाने को 48 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। विजीलैंस द्वारा पड़ताल दौरान पता लगा कि कॉर्पोरेशन को बेचा गया, यह क्षेत्रफल 54 एकड़ की बजाय करीब 46 एकड़ ही है। दस्तावेज़ों से यह भी पाया गया कि इस ज़मीन की रजिस्ट्री रघुवीर सिंह नायब तहसीलदार ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर नूरपुरबेदी तहसील में जाकर तारीख़ 01-09-2020 को करार दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक पड़ताल उपरांत इस मुकदमे में दोषी नायब तहसीलदार रघुवीर सिंह को विजीलैंस ब्यूरो द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी दोषियों की तलाश जारी है।