पंजाबः इस मामले में नारकोटिक विंग के ASI पर मामला दर्ज

पंजाबः इस मामले में नारकोटिक विंग के ASI पर मामला दर्ज

लुधियानाः जिले के कस्बा जगराओं में देहात पुलिस के नारकोटिक विंग में तैनात एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक ASI पहाड़ा सिंह, प्राइवेट ड्राइवर दीपा व अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, रिश्वत मांगने की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल नेटवर्किंग साइटों पर वायरल हुई थी। जिसके आधार पर भ्रष्टाचार के केस में पहाड़ा सिंह को नामजद किया गया है। आरोपी एएसआई के अलावा अब उसके साथ के बाकी पुलिस कर्मचारी भी सीनियर अधिकारियों की रडार पर आ चुके हैं।

वायरल हुई रिकॉर्डिंग में एएसआई महिला से यह कह रहा है कि अगर वह उसे रिश्वत के रूप में 50 हजार रुपए देती है तो कोई भी उसे या उसके पति को गिरफ्तार नहीं करेगा और वे पुलिस विभाग की ओर से बिना किसी बाधा के इलाके में ड्रग्स (चिट्‌टा) बेच सकते हैं। आरोपी एएसआई पहाड़ा सिंह को ऑडियो वायरल होने से एक दिन पहले ही शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) थाने में स्थानांतरित किया गया था, क्योंकि महिला ने उसके खिलाफ धमकी देने और रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी।

एएसआई पर पहले से ही मोगा और बाघापुराना में एनडीपीएस और एक व्यक्ति को झूठे मामले में फंसाने के लिए 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं। महिला इंद्रजीत ने आरोप लगाया कि एएसआई ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने उसे 50 हजार रुपए नहीं दिए तो वह उसे 1 हजार से अधिक नशीली गोलियों की तस्करी के मामले में फंसा देगा। वह जमानत भी नहीं ले पाएगी।

गांव माइजीना की इंद्रजीत कौर ने अपनी शिकायत में कहा कि एएसआई पिछले एक सप्ताह से उसे फोन पर धमकी दे रहा है। वह पहले ही उससे फरवरी महीने में 15 हजार रुपए ले चुका था और 35 हजार रुपए मांग रहा था। एएसआई से दुखी होकर उन्होंने एसएसपी नवनीत सिंह बैंस को शिकायत दर्ज कराई, जिन्होंने पुलिस डीएसपी सतविंदर सिंह विर्क को जांच सौंपी। इस बीच, महिला ने कुछ दिन पहले सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर एएसआई की ऑडियो रिकॉर्डिंग अपलोड की, जिसमें उसे उससे पैसे मांगते हुए सुना जा सकता है।

वहीं संपर्क करने पर एएसआई ने आरोपों से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि महिला और उसका पति मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल हैं। उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए उन पर आरोप लगाए हैं। वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। वहीं दूसरी ओर आईजी कौस्तुभ शर्मा ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद उन्होंने बुधवार को एएसआई का तबादला शहीद भगत सिंह नगर कर दिया। जांच के बाद उसके खिलाफ सिटी जगराओं थाने में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।