किसानों की आमदनी में वृद्धि के लिए प्राकृतिक खेती को दिया जा रहा बढ़ावा  

किसानों की आमदनी में वृद्धि के लिए प्राकृतिक खेती को दिया जा रहा बढ़ावा  

लोकगीतों के माध्यम से बताई सरकार की योजनाएँ 

ऊना/सुशील पंडित : सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सूचीबद्ध सांस्कृतिक दलों पूवी कलामंच, टब्बा और आरके कलामंच, चिंतपूणी के कलाकारों ने विभागीय विशेष प्रचार अभियान के अंतर्गत हरोली विस के ईसपुर, पूबोवाल और छत्रां में लोक संगीत व नुक्कड़ नाटक से प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
कलाकारों ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में लगभग दस लाख किसान परिवार हैं जिनके द्वारा 9.44 हैक्टेयर भूमि पर काश्त की जाती है। सरकार ने किसानों की फसलों को आवारा पशुओं से बचाने और बेहतर सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने के लिए अनेकों योजनाएं चलाई हैं ताकि प्रदेश के किसान-बागवानों की आमदनी में वृद्धि हो सके। उन्होंने बताया कि कम लागत में अधिक आमदनी के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सांस्कृतिक दलों ने जानकारी देते हुए बताया कि सौर सिंचाई योजना के तहत छोटे व सीमांत किसानों को सोलर पंप स्थापित करने पर 85 प्रतिशत उपदान दिया जा रहा है जबकि मध्यम व बड़े किसानों के लिए सोलर पंपिंग मशीनरी लगाने पर 80 प्रतिशत उपदान का प्रावधान है। इस योजना के तहत प्रदेश में 1544 सोलर पंप स्थापित किए गए हैं जिनसे 2094 किसाना लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार देश के पात्र किसानों तीन किश्तों में प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की राशि किसान सम्मान निधि के रुप में बतौर आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना के तहत प्रदेश में 9.83 लाख से अधिक लाभार्थियों को लगभग 1932 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खातों में प्रदान की गई है।
इस अवसर पर ग्राम पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान, वार्ड सदस्य सहित स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।