जालंधरः चुनाव से पहले अकाली उम्मीदवार डा. सुखी के चुनावी प्रचार में बसपा के टक्साली वर्कर हुए गायब!

जालंधरः चुनाव से पहले अकाली उम्मीदवार डा. सुखी के चुनावी प्रचार में बसपा के टक्साली वर्कर हुए गायब!

जालंधर, अनिल वर्मा/वरुण अग्रवालः लोकसभा सीट जीतने के लिए चाहे अकाली बसपा गठबंधन द्वारा बंगा से विधायक डॉ. सुखविंदर कुमार सुक्खी को मैदान में उतार दिया है। मगर अभी तक डा. सुक्खी के साथ बसपा के कई दिग्गज लीडर किनारा कर प्रचार में शामिल नहीं हो रहे यही नहीं पार्टी द्वारा बसपा हाईकमान द्वारा पार्टी के टक्साली वर्करों को चुनाव प्रचार दौरान संपर्क तक नहीं किया गया जिसका खमियाजा डा. सुखी की जीत की राह में बड़ा रोड़ा बना हुआ है।

बसपा के टक्साली वर्कर अजय कुमार सहगल ने भी इस बात की सहमति जताई कि बसपा लीडरशिप द्वारा पार्टी को समर्पित 2 से 3 लाख वोटों का सही ढंग से मोबिलाईजेशन नहीं किया गया। जिसकी वजह से अभी तक अकाली बसपा उम्मीदवार डा. सुखी के पक्ष में जीत का माहौल बनता दिखाई नहीं दे रहा। अगर हालात ऐसे ही रहे तो बसपा के साथ जुड़े कई टक्साली वर्कर तथा सीनियर नेता पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं। अकाली दल से दो बार विधायक रह चुके पवन कुमार टीनू भी टिकट मांग रहे थे लेकिन इस पर अकाली दल के भीतर गुटबाजी बन गई और डा. सुक्खी बाजी मार गए।

टीनू के मन भी टिकट न मिलने का मलाल बना हुआ है। सहगल ने कहा कि अकाली दल की तरफ से बिक्रमजीत सिंह मजीठिया प्रभावी ढंग से चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं। जिसकी वजह से डा. सुक्खी का ग्राफ जालन्धर में थोड़ा बड़ा है। मगर अभी यह ग्राफ जीत से कोसों दूर है। इस ग्राफ को और ऊपर ले जाने के लिए पार्टी के टक्साली वर्कर तथा सीनियर नेताओं के गिले शिकवे दूर कर चुनावी प्रचार में शामिल करना होगा।