जालंधर : किसानों ने माना सरकार का आदेश, देखें वीडियो

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लोगों को मिल रहा है रोजगार

जालंधर : पंजाब में बढ़ रही पराली जलाने की घटनाओं पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चिंता जाहिर की है। इस दौरान उन्होंने 2 दिन पहले ही ऐसा करने वालों के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाने के बजाय उन्होंने सभी डीसी को उन्हें समझाने को कहा है। बीते दिन ही मुख्यमंत्री ने कहा कि वे किसानों को पराली जलाने के घातक परिणामों के बारे में सभी डीसी किसानों को जागरूक करें। पराली जलाने की घटनाओं को रोका जाना चाहिए, क्योंकि इससे पर्यावरण और मानव जीवन को गंभीर खतरा है। हालांकि इस मामले को सभी डीसी द्वारा किसानों के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं। वहीं जालंधर के कस्बा भोगपुर के पास प्राईवेट कंपनी की तरफ से नई पहल की गई है। जिसमें किसानों के खेतों में पराली को उठाया कर डंप किया जा रहा है।

इस दौरान प्राइवेट कंपनी के मालिक ने बताया कि किसानों के साथ बात कर बिना पैसे लिए किसानों के खेतों से पराली के बड़े- रोल वहां से वह उठा रहे है और उसे वह एक जगह पर डंप कर रहे है। इस दौरान पराली का मॉइश्चराइजर भी चेक किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस काम के लिए जितनी भी लेबर काम करती है, वह हमारी कंपनी की तरफ से होते हैं और इसके साथ ट्रैक्टर ट्राली भी हमारी कंपनी की तरफ से इस्तेमाल की जाती है। इसमें किसान के कोई भी पैसे नहीं लगते, बल्कि किसान के खेत की सफाई हो जाती है और किसान के खेत भी दूसरी फसल लगाने के लिए तैयार हो जाते है। कंपनी के मालिक ने बताया कि परली को बड़ी-बड़ी फैक्ट्री में भेजा जाता है, जहां पर कोयले के रूप में उसका इस्तेमाल किया जाता है। कंपनी के मालिक ने बताया कि हमारी कंपनी में 700 से लेकर 800 तक लोगों को रोजगार दिया है।

प्राइवेट कंपनी के मालिक का कहना है कि इससे जहां के लोगों को रोजगार मिला है, वहीं प्रदूषण भी फैलने से रुक रहा है। इसमें प्रशासन विभाग भी उनकी पूरी मदद कर रहा है। वहीं दूसरी ओर किसानों ने बताया कि इस कंपनी की तरफ से जो पराली उठाई जा रही है उसे उनको बहुत ज्यादा फायदा हो रहा है। किसानों का कहना है कि एक तो कम समय में उनकी पराली को उठा लिया जाता है और दूसरा जो प्रशासन की तरफ से पराली जलाने पर कार्रवाई की जाती है उससे भी वह बच जाते हैं। किसानों का कहना है कि इस कंपनी से आने से उनके इलाके में अब कोई भी किसान पराली को आग नहीं लग रहा।