बारिश, बाढ़ और लैंड स्लाइड से मची तबाही, किसान भवन में पानी में फंसे लोग, देखें वीडियो

बारिश, बाढ़ और लैंड स्लाइड से मची तबाही, किसान भवन में पानी में फंसे लोग, देखें वीडियो

शिमलाः मूसलाधार बारिश के बाद चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 765 सड़कें बंद कर दी गईं। लाहौल-स्पीति के चंद्रताल और सोलन जिले के साधुपुल समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी से अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिसके मद्देनजर सरकार ने गैर-जरूरी यात्रा न करने की सलाह दी है। वहीं कसोल से एक वीडियो सामने आई है। जोकि किसान भवन के पास की बताई जा रही है। वीडियों में भारी पानी में 25 लोगों को बचाया गया। वहीं बताया जा रहा है कि किसान भवन में फंसे 20 लोगों के लिए वायु सेना का तत्काल बचाव अभियान चलाया गया।


अत्‍यधिक बारिश के कारण राज्‍य में कई स्‍थानों पर भूस्खलन हो चुका है और राजमार्ग तथा लिंक सड़कें अवरुद्ध हैं। यहां मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और कुल्लू जिलों में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के जिलों में भारी बारिश तो कई जगहों पर मध्यम बारिश के संकेत मौसम विभाग ने दिए हैं। राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे हिमाचल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में आठ लोगों की जान चली गई है। हिमाचल प्रदेश के कई वीडियो और तस्वीरें सामने आ रहे हैं। कई सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल हैं जिसमें वहां के हालातों का खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है।बिलासपुर जिले के लिए पुलिस अपडेट के अनुसार, जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग यानी शिमला-धर्मशाला, मनाली-चंडीगढ़ (पुराना) और मंडी-शिमला मार्ग पर गाड़ियां चल रही हैं।

मंडी जिले के थुनाग में बादल फटने से दुकानों और घरों को भारी नुकसान होने की खबर है। एनडीआरएफ की एक टीम ने देर रात के ऑपरेशन में मंडी जिले के नगवाईं गांव के पास ब्यास नदी में फंसे छह लोगों को बचाया। लगातार बारिश के बाद नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इस बीच, कुल्लू जिले के कसोल में फंसे पांच लोगों को भी बचाया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी ने बताया कि कुल्लू में किसान भवन में लगभग 20-21 लोग फंसे हुए हैं और यह खतरनाक रूप से चारों ओर से नदी से घिरा हुआ है। जमीनी बचाव बहुत कठिन है। प्रशासन ने वायु सेना की मदद की मांग कर रहा है। अब एयर फोर्स की टीमें रेस्क्यू अभियान में लगेगीं।