बड़ी खबरः सांसद किरण खेर और PA पर व्यक्ति ने लगाए आरोप, हाईकोर्ट में दायर की याचिका

बड़ी खबरः सांसद किरण खेर और PA पर व्यक्ति ने लगाए आरोप, हाईकोर्ट में दायर की याचिका

चंडीगढ़ः सांसद किरण खेर और उनके निजी सचिव (PA) सहदेव सलारिया को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, सासंद किरण खेर और उनके पीए पर व्यक्ति ने गंभीर आरोप लगाए है। व्यक्ति ने दोनों से अपनी जान का खतरा बताकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका पर हाईकोर्ट ने याची और उसके परिवार को एक सप्ताह के लिए सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। जस्टिस अनूप चितकारा ने फैसले में कहा कि केस की मेरिट पर कोई टिप्पणी किए बिना वे संवैधानिक अधिकार के तहत SP और संबंधित SHO को याची के परिवार को सोमवार से ही एक सप्ताह के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दे रहे हैं। याची को यदि सुरक्षा की जरूरत न हो तो एक सप्ताह से पहले भी वह इसे जारी न करने का आग्रह कर सकते हैं। मनीमाजरा के चैतन्य अग्रवाल ने यह याचिका दायर की थी।

हाईकोर्ट ने फैसले में कहा कि याची और उसकी पत्नी को इस दौरान घर की चारदीवारी में ही रहना होगा। मेडिकल जरूरत, घर के सामान अथवा परिवार में किसी करीबी रिश्तेदार या दोस्त की शोक सभा में ही जाने की अनुमति होगी। यदि याची या उसकी पत्नी घर की चारदीवारी से बाहर निकलते हैं तो सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश वापस ले लिए जाएं। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि ये आदेश याची के दोनों नाबालिग बच्चों पर लागू नहीं होंगे। ये निर्देश याची और उसकी पत्नी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए दिए गए हैं, जिससे बेवजह जान का कोई खतरा न रहे।

हाईकोर्ट ने फैसले में स्पष्ट किया कि मेरिट पर कोई फैसला नहीं किया गया है। सुरक्षा देने का आदेश कोई ब्लैंकेट बेल का आदेश नहीं है। याची के खिलाफ यदि कोई FIR दर्ज की जाती है तो पूछताछ के बीच यह आदेश नहीं आएगा। दूसरी तरफ याची को यदि दोबारा जान का खतरा महसूस होता है तो वह कोर्ट से सुरक्षा की मांग कर सकता है। मनीमाजरा निवासी चैतन्य अग्रवाल ने खुद की और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करते हुए याचिका में कहा कि वह सांसद किरण खेर और उनके पीए सहदेव सलारिया के संपर्क में अपने ब्रदर इन लॉ के जरिए आए थे।

वह पेशे से बिजनेसमैन हैं और एक इन्वेस्टमेंट एजेंट के तौर पर उन्होंने अगस्त में सांसद से 8 करोड़ रुपए लिए थे। 2 करोड़ रुपए उन्होंने किरण खेर के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए, जबकि 6 करोड़ की देनदारी बाकी थी। नवंबर में उन्हें बकाया राशि तत्काल लौटाने को कहा गया। इसके चलते उनको अपने भाई का विवाह समारोह भी कैंसिल करना पड़ा। 1 दिसंबर को उन्हें घर बुलाकर प्रताड़ित किया गया। उसके कपड़े उतरवाए गए, उसका पासपोर्ट, लैपटॉप, मोबाइल और चेक देने के बाद ही जाने दिया गया। कहा गया कि 15 दिसंबर तक राशि दोगुनी कर लौटानी होगी अन्यथा इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इसके बाद हाइपर टेंशन के चलते वह दो दिन तक अस्पताल में भर्ती रहे। ऐसे में उनके और परिवार की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।