मक्का में हज यात्रा को लेकर आया बड़ा फैसला, मुस्लिमों की बढ़ी मुश्किलें

मक्का में हज यात्रा को लेकर आया बड़ा फैसला, मुस्लिमों की बढ़ी मुश्किलें

नई दिल्लीः सऊदी अरब ने इस्लाम के सबसे पवित्र शहर मक्का में हज यात्रा के लिए जो नई नीति बनाई है, उससे पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सऊदी अरब ने फैसला किया है कि 905 कंपनियों की जगह अब केवल 46 कंपनियां ही पाकिस्तान से हज का संचालन करेगी। पाकिस्तान ने सऊदी से अपने फैसले की समीक्षा करने को भी कहा था लेकिन सऊदी अरब राजी नहीं हुआ। इसके बाद पाकिस्तान ने छोटी अवधि की हज यात्रा की नीति बनाई है।

सोमवार को पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्री अनीक अहमद ने सीनेट पैनल को बताया कि धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने नई नीति में छोटी अवधि की हज यात्रा शुरू करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि इसे जल्द ही कार्यवाहक संघीय कैबिनेट के सामने मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, धार्मिक मामलों की स्थायी समिति की एक बैठक के दौरान, मंत्री ने कहा कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान से हज के संचालन करने वाली कंपनियों की संख्या में जो भारी गिरावट की है, उसे लेकर सरकार ज्यादा कुछ नहीं कर सकती। बैठक के दौरान समिति के सदस्य मौलाना अब्दुल करीम ने कहा कि 905 कंपनियों का संचालन 46 कंपनियों में सिमटने से दिक्कत होगी। जवाब में मंत्री अहमद ने कहा, 'हम इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हम सऊदी से एक साल के लिए नरमी का अनुरोध कर सकते हैं।'

समिति के सदस्य मौलाना फैज मुहम्मद ने कहा कि नई योजना को अगले साल से लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमें सऊदी अरब के अधिकारियों से बात करके समस्या का समाधान करना होगा।' मंत्री ने कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के अधिकारियों से फैसले की समीक्षा करने को कहा था, लेकिन वे सहमत नहीं हुए। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब सरकार को पत्र लिखकर बताया जा सकता है कि इस फैसले को लागू करने में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं क्योंकि यह अचानक लिया गया है।

पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि सऊदी अरब सरकार हाजियों की संख्या बढ़ाकर एक करोड़ करने की योजना बना रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मक्का जाने के लिए अब तक रोड टू मक्का परियोजना केवल इस्लामाबाद से चल रही थी लेकिन सऊदी अरब सरकार ने फैसला किया है कि अगले हज में कराची से भी यह परियोजना चलेगी। अहमद ने समिति को बताया कि हज नीति 2024 को जल्द ही मंजूरी के लिए कैबिनेट के सामने पेश किया जाएगा। 

पाकिस्तान मंत्री अनीक अहमद ने कहा कि अगले साल से हज यात्रा की अवधि 45 दिन से घटाकर 18-20 दिन करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगी कि छोटी अवधि के हज का खर्च भी नियमित अवधि के बराबर रहे। उन्होंने कहा कि यह हाजियों पर निर्भर करेगा कि वो सऊदी में लंबे समय तक रहना चाहते हैं या कम समय तक। नियमित हज पैकेज आमतौर पर 35 से 50 दिनों का होता है, जिसमें होटल, भोजन और परिवहन का खर्च शामिल होता है। इस साल पाकिस्तान से 40 हजार लोग हज यात्रा के लिए सऊदी अरब गए थे।