नेशनल हाईवे का एक हिस्सा धंसा, मकान गिरने से मामा-भांजे की मौत, देखें वीडियो

नेशनल हाईवे का एक हिस्सा धंसा, मकान गिरने से मामा-भांजे की मौत, देखें वीडियो

पंचकूलाः चंडीगढ़ मौसम विभाग ने दोपहर बाद के बुलेटिन में 6 जिलों को लेकर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं कौशल्या डैम से पानी लगातार पानी छोड़े जाने के कारण जमीनों का कटाव हो रहा है। इससे चंडीगढ़-पंचकूला-शिमला नेशनल हाईवे धंस गया। पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल को ऑरेंज अलर्ट पर रखा हुआ है। इन जिलों में भी 115.6 से 204.0 MM बारिश होने की आशंका जताई है।

वहीं भारी बारिश के कारण पंचकूला के पिंजौर में पहाड़ का मलबा गिरने से तलहटी में बना मकान ढह गया और एक युवक व उसके भांजे की मौत हो गई। एक छोटी बच्ची अभी मलबे में दबी हुई है। तीनों अपने मकान में बैठकर खाना खा रहे थे।

स्थानीय लोगों ने मलबे को हटाना शुरू किया और सूचना पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी गई। रेस्क्यू के लिए फायर ब्रिगेड के तीन और पुलिस के दो कर्मचारी पहुंचे हैं। हरियाणा के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण घग्गर नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। इसको देखते हुए घग्गर नदी के साथ लगते इलाकों को खाली करवाया जा चुका है।

मारकंडा नदी का भी यही हाल है। मारकंडा में वर्ष 1978 में 256.4 मीटर पानी रिकॉर्ड किया गया था, जबकि इस समय 255 मीटर पर चल रहा है। अधिक बारिश होने की संभावना को देखते हुए निचले इलाकों को खाली करवाया जा चुका है।

बारिश से हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर 2 लाख क्यूसेक के पार पहुंच गया है। सोम नदी का जलस्तर 14,200 क्यूसेक के पार है। इसके अलावा, यमुनानगर में भी यमुना नदी के जल स्तर को देखते हुए इलाकों को खाली करवाने की प्रक्रिया अमल में लाई जा चुकी है। जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। SDRF और NDRF टीमों के साथ सभी स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।