पंजाबः कांग्रेस में फिर कलह आई सामने, प्रभारी देवेंद्र की मौजूदगी में कार्यकत्ताओं में हुआ हंगामा, देखें वीडियो

पंजाबः कांग्रेस में फिर कलह आई सामने, प्रभारी देवेंद्र की मौजूदगी में कार्यकत्ताओं में हुआ हंगामा, देखें वीडियो

अमृतसरः पंजाब में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में रोपड़ में कांग्रेस प्रभारी की मौजूदगी में मनीष तिवारी को लेकर कार्यकत्ताओं में कलह सामने आई थी। वहीं आज अमृतसर में ओपी सोनी और कांग्रेस सासंद गुरजीत औजला के समर्थकों में कांग्रेस प्रभारी की मौजूदगी में हंगामा हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक आज कांग्रेस की ओर मीटिंग रखी गई थी। जहां अमृतसर से लोकसभा उम्मीदवार के नाम पर चर्चा के लिए रखी गई थी। जैसे ही लोकसभा उम्मीदवार के लिए पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी का नाम सामने आया तो सांसद गुरजीत औजला के समर्थक भड़क उठे। उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी।

यह देखकर ओपी सोनी के समर्थक भी नारे लगाने लगे। जैसे ही कांग्रेस इंचार्ज मीटिंग हॉल में घुसे तो 10 मिनट के भीतर ही हंगामा होने लगा। हालांकि इसके बाद सांसद गुरजीत औजला ने समर्थकों को शांत कराया। वहीं महासचिव संदीप संधू मंच से अपील करते रहे अभी चर्चा शुरू हुई है, आप बैठो। ओपी सोनी के समर्थकों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी लगातार हिंदू चेहरे को इग्नोर कर रही है। इस बार हिंदू चेहरे को आगे लाना चाहिए। यह सुनकर सांसद गुरजीत औजला ने कहा कि यह गुरुओं का शहर है। यहां सिख भी जरूरी हैं और हिंदू भी जरूरी हैं। अभी समय है, फैसला पार्टी को करना है। वहीं देवेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। जो ऐसा करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अमृतसर में रखी इस मीटिंग में शामिल होने के लिए नवजोत सिद्धू नहीं आए। सिद्धू पहले अमृतसर से सांसद रह चुके हैं।

इसके अलावा वह अमृतसर से ही विधायक भी रहे थे, हालांकि यहीं से वह पिछला विधानसभा चुनाव हार गए। इससे पहले सिद्धू ने कांग्रेस इंचार्ज देवेंद्र यादव की चंडीगढ़ में रखी मीटिंग में भी हिस्सा नहीं लिया था। बैठक में पहुंचे कांग्रेस इंचार्ज देवेंद्र यादव ने कहा कि यह मीटिंग कार्यकर्ताओं के लिए रखी गई है। इसमें किसी लोकसभा उम्मीदवार की तलाश नहीं की जा रही है। कांग्रेस सिर्फ चुनाव को लेकर रणनीति बना रही है। राजा वड़िंग ने कहा कि इन मीटिंगों में कार्यकर्ताओं से चर्चा की जा रही है। इसमें वर्करों को 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत किया जा रहा है। नवजोत सिद्धू की गैरहाजिरी पर वड़िंग ने कहा कि जरूरी नहीं कि हर व्यक्ति कैमरे पर नजर आए। वहीं जब प्रताप बाजवा से इस हंगामा को लेकर सवाल पूछा गया तो वह कुछ कहे बिना ही मंच पर चले गए।